करेली में छापेमारी का तांडव
प्रयागराज के करेली क्षेत्र में बिजली चोरी के मामले सबसे ज्यादा सामने आ रहे हैं। बिजली विभाग की टीम ने मंगलवार को सुबह-शाम की दोहरी छापेमारी में 14 घरों पर कार्रवाई की। इनमें से कई घरों में बिजली के मीटर को बाईपास कर सीधे लाइन से कनेक्शन लिया गया था। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की चोरी से न केवल राजस्व का नुकसान हो रहा है, बल्कि बिजली आपूर्ति पर भी असर पड़ रहा है। छापेमारी के दौरान पकड़े गए उपभोक्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बिजली विभाग ने इस समस्या से निपटने के लिए सुबह-रात की दोहरी शिफ्ट में छापेमारी शुरू की है। इसका मकसद न सिर्फ चोरी रोकना, बल्कि लोगों को वैध कनेक्शन लेने के लिए प्रेरित करना भी है। अधिकारियों का कहना है कि बिजली चोरी से प्रदेश को सालाना करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है, जो निर्बाध बिजली आपूर्ति में बाधा डाल रहा है। उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे सही तरीके से बिजली का उपयोग करें और चोरी की सूचना दें। साथ ही, चेतावनी दी गई है कि भविष्य में भी यह अभियान जारी रहेगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।
क्या कहते हैं अधिकारी
प्रयागराज के बिजली विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “करेली जैसे इलाकों में चोरी का नेटवर्क सजग हो गया है, लेकिन हमारी टीमें हर स्तर पर निगरानी कर रही हैं। सपा सांसद का मामला एक मिसाल बनेगा।” इस अभियान से स्थानीय लोगों में जागरूकता भी बढ़ रही है, लेकिन चुनौती अभी बरकरार है।
सपा सांसद पर बड़ा एक्शन
बिजली चोरी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में बड़ा खुलासा तब हुआ, जब एक सपा सांसद के खिलाफ 1.91 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया। हालांकि, कोर्ट के आदेश पर सांसद ने 6 लाख रुपये जमा कर अपनी बिजली बहाल कराई। यह मामला विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है, क्योंकि राजनीतिक प्रभाव के बावजूद कार्रवाई की गई। विभाग के सूत्रों के अनुसार, इस तरह के बड़े मामलों में सख्ती बरती जा रही है ताकि अन्य प्रभावशाली लोग भी सबक लें।