रामभद्राचार्य ने मांगी ये दक्षिणा
रामभद्राचार्य ने बताया कि उन्होंने जनरल द्विवेदी को वही राम मंत्र दिया, जो माता सीता ने भगवान हनुमान को दिया था। इसी मंत्र के बल पर हनुमान जी ने लंका विजय में सफलता पाई थी। उन्होंने मुस्कराते हुए कहा कि जब मैंने उनसे दक्षिणा मांगी, तो मैंने कहा कि मुझे सिर्फ PoK चाहिए।
जनरल द्विवेदी ने राम मंत्र की दीक्षा ली
चित्रकूट स्थित तुलसी पीठ में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी के दौरे को लेकर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्हें सेना प्रमुख का सम्मान करते हुए बहुत गर्व महसूस हुआ। उन्होंने कहा कि अगर भविष्य में पाकिस्तान किसी तरह की आतंकवादी हरकत करता है, तो वह पूरी तरह नेस्तनाबूद हो जाएगा। जगद्गुरु ने बताया कि जनरल द्विवेदी ने उनसे वही राम मंत्र की दीक्षा ली, जो माता सीता ने लंका विजय के समय भगवान हनुमान को दिया था।
भारत की आध्यात्मिक और सामाजिक शक्ति का प्रतीक बताया
सेना प्रमुख का यह दौरा केवल आध्यात्मिक नहीं था, बल्कि सामाजिक सरोकारों से भी जुड़ा रहा। उन्होंने तुलसी पीठ द्वारा संचालित सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय का निरीक्षण किया और सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में भी हिस्सा लिया। इस मौके पर पद्मश्री डॉ. बी.के. जैन ने उनका स्वागत किया। इस दौरान जनरल द्विवेदी ने गुरु रामभद्राचार्य को एक स्मृति चिह्न भेंट किया और उनके सेवा कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें भारत की आध्यात्मिक और सामाजिक शक्ति का प्रतीक बताया।