बदल रहा है अयोध्या का चेहरा
अयोध्या में जनवरी 2024 में राम मंदिर के पास 241 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक रेलवे टर्मिनल बनकर तैयार हो गया, जबकि दूसरा चरण 480 करोड़ रुपये में बन रहा है। इसके अलावा, हवाई अड्डा, स्मार्ट रोड नेटवर्क, चौड़ी सड़कें और चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग जैसी परियोजनाएं अयोध्या को एक आधुनिक धार्मिक पर्यटन केंद्र में बदल रही हैं।
पर्यटन में अयोध्या ने तोड़ा रिकॉर्ड
राम मंदिर के भव्य उद्घाटन के बाद अयोध्या में पर्यटकों की बाढ़ सी आ गई है। आंकड़े बताते हैं कि 2024 में अयोध्या में 1,64,41,59,522 पर्यटक पहुंचे, जो 2023 की संख्या 5,75,70,896 से तीन गुना अधिक है। पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने बताया, “वाराणसी और मथुरा राज्य के पर्यटन में अहम भूमिका निभा रहे हैं।” वाराणसी में 2023 में 5,71,09,975 पर्यटक आए, जो 2024 में बढ़कर 6,12,80,615 हो गए। वहीं मथुरा में यह संख्या 2,91,51,429 से बढ़कर 3,60,88,561 हो गई। उन्होंने यह भी बताया कि प्रयागराज, चित्रकूट, कुशीनगर और मिर्जापुर जैसे अन्य धार्मिक स्थल भी पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं। प्रयागराज में 2,66,20,654, चित्रकूट में 1,17,48,104, कुशीनगर में 1,46,36,216 और मिर्जापुर में 26,048 पर्यटक आए।
वाराणसी से अलग, अयोध्या का विकास पूरी तरह धर्म केंद्रित
जहां वाराणसी ने विकास को विरासत और संस्कृति से जोड़ा, वहीं अयोध्या का विकास पूरी तरह धर्म और आस्था पर केंद्रित है। रामलला का मंदिर न सिर्फ करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है, बल्कि यह पूरे शहर के लिए आर्थिक और इंफ्रास्ट्रक्चरल ग्रोथ का इंजन बन चुका है।