ट्रेनों की लेटलतीफी घटेगी
रेल मिनस्ट्री के इस फैसले का सीधा फायदा यात्रियों को मिलेगा। उनकी ट्रेनों की लेटलतीफी खत्म होगी और सेवा बेहतर होगी। अब जब पूरा सेक्शन एक ही मंडल के अधीन आ जाएगा तो समस्तीपुर मंडल इस रूट की ट्रेनों का टाइम टेबल, स्टाफ मैनेजमेंट और पटरियों के रखरखाव में बेहतर तालमेल रख पाएगा। इससे ट्रेन के लेट होने की समस्या और ऑपरेशन में परेशानी घटेगी।
प्लेटफॉर्म और यात्री सुविधाओं में सुधार
समस्तीपुर मंडल के अधीन आने से अब इस सेक्शन के रेलवे स्टेशन मसलन रामदयालु नगर, कपरपुरा, जुब्बा साहनी आदि पर मरम्मत का काम आसानी से होगा। यात्रियों के लिए वेटिंग हॉल, पीने का पानी, शौचालय, एस्केलेटर जैसी सुविधाएं बेहतर हो सकेंगी।
पूछताछ केंद्र और शिकायत पर जल्द कार्रवाई
पहले अलग-अलग मंडलों में होने से यात्रियों की शिकायतें एक से दूसरे मंडल में घूमती थीं। अब एकीकृत प्रशासनिक नियंत्रण के कारण समस्याएं सिंगल विंडो सिस्टम से सुलझाई जा सकेंगी।
लोकल और पैसेंजर ट्रेनें टाइम पर चलेंगी
समस्तीपुर मंडल को लोकल नेटवर्क का बेहतर अनुभव है। इससे इस रूट पर चलने वाली पैसेंजर और मेमू ट्रेनों के संचालन में सुधार होगा। नई ट्रेनें भी चलाई जा सकती हैं।
रोजगार और व्यापार बढ़ेगा
रेल सेक्शन के प्रबंधन में स्थानीय स्तर पर तकनीकी और नॉन-टेक्निकल स्टाफ की जरूरत होगी, जिससे रोजगार के मौके बढ़ सकते हैं। साथ ही बेहतर रेल सेवा का फायदा व्यापारियों को भी मिलेगा।