क्या है मामला
अजय मंडल ने अपने एफआईआर में विशेष रूप से गोपाल मंडल के उस बयान का उल्लेख किया है जिसमें विधायक ने उन पर “रखैल रखने” जैसे आपत्तिजनक आरोप लगाए थे। सांसद ने कहा कि गोपाल मंडल ने जो आरोप लगाया है वह पूरी तरह से असत्य और निराधार है। इससे मेरी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है और मेरे परिवार की सामाजिक छवि भी प्रभावित हुई है। उन्होंने इसे चरित्र हनन और मानहानि का मामला बताते हुए थाने में एफआईआर दर्ज किया है।
एफआईआर दर्ज
सांसद अजय मंडल ने अपने आवेदन के साथ वीडियो फुटेज और समाचार पत्रों की कटिंग को साक्ष्य के रूप में संलग्न किया है। ताकि पुलिस उचित धाराओं में मामला दर्ज कर सके। यह विवाद जदयू के भीतर गुटबाजी और आंतरिक तनाव को उजागर करता है, जो आगामी चुनावी माहौल में और अधिक राजनीतिक चर्चा का विषय बन सकता है।
क्या बोले थे सासंद
गोपाल मंडल भागलपुर में गंगा कटाव का जायजा लेने पहुंचे थे। बिहार सरकार के जल संसाधन विभाग के खिलाफ वे बोल रहे थे। जब पत्रकारों ने उनसे पूछा था कि सांसद महोदय क्या करते हैं? इसपर गोपाल मंडल ने कहा था कि ‘वो तो सोए रहते हैं। उनकी एक रखैल हैं (विधायक ने नाम भी लिया)। वे उन्हीं का बैनर-पोस्टर देखने जाते हैं। वो उसी का फोटो खींचवाते हैं। वे उसी को कैंडिडेट बनाने में लगे हैं।