किसके कहने पर वापस ले ली गई सुरक्षा
पुलिस अभी तक हत्या के पीछे जमीन विवाद को ही मुख्य कारण मान रही है। पुलिस इसकी भी जांच कर रही है कि गोपाल खेमका की सुरक्षा किसके कहने पर वापस ली गई थी। बेटे गुंजन की हत्या के बाद पटना पुलिस की ओर से गोपाल खेमका को सुरक्षा गर्ड दिए गए थे।
कौन है अजय वर्मा
पटना पुलिस मानती है कि गोपाल खेमका की हत्या का कनेक्शन पटना के बेऊर जेल से है। यही कारण है कि पटना पुलिस सबसे पहले बेऊर जेल पहुंचती है और अजय वर्मा से पूछताछ करती है। कुख्यात गैंगस्टर अजय वर्मा के पास से पुलिस को कई मोबाइल मिले हैं। पुलिस फिलहाल इसे खंगाल रही है।
28 से अधिक मामले दर्ज हैं
गैंगस्टर अजय वर्मा पर हत्या, रंगदारी, अपहरण और सुपारी किलिंग के 28 से अधिक मामले दर्ज हैं। अजय वर्मा का गैंग न केवल पटना, बल्कि दिल्ली तक अपने अपराधों का जाल बुन चुका है। पुलिस अजय वर्मा से शनिवार को करीब आधे घंटे तक अकेले में पुछताछ की। सूत्रों का कहना है कि अजय ने गोपाल खेमका की हत्या में अपनी संलिप्ता से इंकार किया है। पुलिस का कहना है कि अजय वर्मा भले ही इस घटना में अपनी संलिप्ता से इंकार कर रहा है, लेकिन हत्या के पीछे के मास्टमाइंड से इसके कनेक्शन हैं। अजय वर्मा के सहारे पटना पुलिस उसके पास ही पहुंचने का प्रयास कर रही है।
गुड्डू मुनीर ने अजय पर किया था हमला
पुलिस में दर्ज केस के अनुसार कुख्यात गैंगस्टर अजय वर्मा काफी क्रूर है। घटना के समय यह अक्सर वीडियो कॉल पर लाइव रहा करता है। ऐसे ही एक वाक्या की चर्चा करते हुए पटना पुलिस के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि वर्ष 2017 में अजय वर्मा पर भी गुलबी घाट के समीप गुड्डू मुनीर नामक एक अपराधी ने हमला कर दिया था। इस हमले में अजय वर्मा के गर्दन में गोली लगी थी।
हत्या की लाइव वीडियो देखा था अजय
पटना पुलिस ने गुड्डू मुनीर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन, बाद में वह जमानत पर छूटने के बाद दिल्ली भाग गया। अजय ने अपने लोगों को उसके पीछे लगाया और 13 मार्च 2021 को उसने उत्तर-पूर्वी दिल्ली के खजुरी खास इलाके में गुड्डू मुनीर की हत्या करवा दी। कहा जाता है कि हत्या के वक्त वह वीडियो कॉल पर लाइव था। हत्या में शामिल शूटर ने ही अपनी गिरफ्तारी के बाद ये राज दिल्ली पुलिस के समक्ष खोला था। खजुरी खास थाने में कांड संख्या 113/21 में यह पूरा वाक्या दर्ज है।