78 दिनों से चल रहा था फरार
मुजफ्फरपुर पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम रखा था। समस्तीपुर कोर्ट से फरार होने के 78 दिनों बाद एनकाउंटर में अरविंद सहनी मारा गया। उसके खिलाफ वैशाली, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, पूर्वी चंपारण जिलों में कई केस दर्ज थे। पुलिस के अनुसार अरविंद सहनी पर बिहार ही नहीं बिहार से बाहर भी कई डकैती के मामले दर्ज थे। छत्तीसगढ़ में उसने बड़ी गोल्ड लूट को अंजाम दिया था। पुलिस को 10 दिन पहले उसका लोकेशन पुलिस को मिला था। मगर वह पुलिस को चकमा देकर वहां से भी भाग निकला था।
पुलिस एनकाउंटर में मारा गया
वैशाली प्रखंड के चिंतामणिपुर हाई स्कूल के पीछे बगीचे में गुरुवार की शाम हुए एनकाउंटर में वह मारा गया। बिहार एसटीएफ और वैशाली पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी। पुलिस को अपने पास आते देखकर अरविंद सहनी ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस की ओर से भी जवाबी गोलीबारी की गई। इसी गोलीबारी में अरविंद सहनी ढेर हो गया। एक पुलिसकर्मी को हाथ में गोली लगी। वहीं, कुछ अन्य जवानों को भी चोटें आई हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मुठभेड़ के दौरान करीब 20 राउंड गोलियां चलीं।
पुलिसकर्मियों को धक्का देकर भाग गए थे
पुलिस 28 मई 2025 को राजनंदन उर्फ हैदर नाम के एक अपराधी को पेशी के बाद कोर्ट के हवालात में बंद कर रहे थे। इसी क्रम में पहले से हवालात में बंद अरविंद सहनी समेत 4 कैदियों ने ग्रिल पर जोर से धक्का मारा। इससे गार्ड नीचे गिर गया, इसके बाद हवालात में बंद अरविंद समेत पांच कैदी वहां से भाग निकले। पुलिस उनका पीछा भी किया था। मगर अरविंद सहनी, मनीष कुमार, मनजीत कुमार और हैदर भाग निकले थे। जबकि नागेंद्र महतो को पुलिस ने खदेड़कर पकड़ लिया था।
50 हजार का इनामी था अरविंद सहनी
कुख्यात अरविंद सहनी पर पुलिस 50 हजार रूपया का इनाम रखा था। उसके दो अन्य साथियों मोहम्मद अनवर और मंजीत कुमार पर भी 25-25 हजार के इनाम है। अरविंद पर कई आपराधिक मामले दर्ज थे। अरविंद ने अपने साथियों के साथ मुजफ्फरपुर जिले में किराना दुकानों में ताबड़तोड़ लूट कर रहा था।
10 दिन पहले भी पुलिस से बच निकला था अरविंद सहनी
अरविंद सहनी को लेकर पुलिस को सूचना मिली थी कि वो मुजफ्फरपुर जिले के करजा थाना क्षेत्र में है। पुलिस उक्त सूचना पर उसकी घेराबंदी करने के लिए भटौना लक्ष्मण चौक पर पहुंची। पुलिस को देखते ही कुख्यात बाइक छोड़कर भाग निकला। पुलिस ने बाइक, मैगजीन और कुछ कारतूस जब्त किए। पुलिस के अनुसार वो वह किसी लूट की बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए वहां अपने साथियों के साथ जुटा था। मगर वह अपने सहयोगियों के साथ अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला।