हादसे में पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे मंत्री
दरअसल दो दिन पहले एक भीषण सड़क हादसे में यहां पर नौ लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। हादसे में मरे लोगों के घर मंत्री जी और विधायक जी मातमपुर्सी के लिए पहुंचे थे। तभी आधे घंटे बाद जब सभी लोग मातमपुर्सी कर बाहर निकल रहे थे, इस दौरान असमाजिक तत्वों ने उन दोनों पर अचानक से हमला कर दिया हैं। इधर अचानक ग्रामीणों की हमले के बाद मंत्री एवं विधायक किसी तरह से अपनी जान बचाकर भागे हैं। फिलहाल कई सुरक्षाकर्मियों को चोट लगी है। घटना की सूचना मिलने पर कई थाना की पुलिस मौके पर पहुंच मामले कि जांच में जुट गई है।
क्या है मामला
पटना जिले के शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के सिगरियामा में 23 अगस्त की सुबह ऑटो और हाइवा की भीषण टक्कर में मलावां गांव के नौ लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। ये सभी लोग गंगा स्नान के लिए निकले थे। मृतकों में संजू देवी, उदेशा देवी, कंचन देवी, बबीता देवी, रेणु कुमारी, दीपिका पासवान, गंगा देवी, कुसुम देवी और ऑटो चालक चंदन कुमार शामिल था। इस हादसे में कई महिलाएं भी जख्मी हुई थीं, जिनका इलाज फिलहाल पटना में चल रहा है। इस घटना के पांच दिन बाद मंगलवार की सुबह मंत्री और विधायक पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे। लेकिन नेताओं के गांव में आते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में इतनी बड़ी घटना के बाद भी सरकार और जनप्रतिनिधियों ने पीड़ित परिवारों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। इससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए और मंत्री जी और विधायक जी को देखते ही इनका गुस्सा फूट पड़ा।
काम काज से ग्रामीण नाराज
इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के वरीय अधिकारी घटना स्थल पहुंच गए हैं। वे हालात पर काबू पाने का प्रयास कर रहे हैं। पूरे गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। हालांकि जेडीयू के जिला प्रवक्ता धनंजय देव का कहना है कि हमला नहीं हुआ है। गारामीण स्थानीय विधायक की कार्यशैली से नाराज थे। इस लिए वे हंगामा कर रहे थे। इसी क्रम में असामाजिक तत्वों के द्वारा ईंट फेंकी गई। जो कि मंत्री की सुरक्षा में तैनात सिपाही को लगा है। कहा जा रहा है कि वो जख्मी हो गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रशासन ने गांव में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।