इन दोनों पेड़ों की प्रकृति अलग है, महत्व अलग है, लेकिन यहां दोनों साथ फले-फूले हैं। विश्व पर्यावरण दिवस पर यह पेड़ यह संदेश दे रहा है कि हमारी प्रकृति कैसी भी हो, हर परिस्थिति में नए जीवन का सृजन कर सकते हैं। जैसा कि नीम के पेड़ ने पीपल का पोषण किया। वहीं अब यह तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।
कन्या महाविद्यालय में पौधरोपण
वहीं दूसरी तरफ कन्या महाविद्यालय में बुधवार को एनएसएस व नूतन पहल महिला समिति की ओर से पौधरोपण किया गया। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी कुलदीप राखेचा ने पौधों व वृक्षों का महत्व बताया। प्राचार्य डॉ. विनीता कोका ने छात्राओं को अधिकतम पौधे लगाकर उनकी देखभाल के लिए प्रेरित किया। इस मौके नूतन पहल महिला समिति अध्यक्ष नूतनबाला कपिला, हीना राजपुरोहित, सुरेन्द्र कुमार बडका, डॉ महेन्द्र कुमार व हरफूल शर्मा उपस्थित रहे।