बता दें कि स्कूल की एक बस जो बच्चों को लेकर विद्यालय जा रही थी, पानी के तेज बहाव में फंस गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रपट पार करते समय बस फिसलकर किनारे की ओर बहने लगी, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई।

बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला
बस में दर्जनों स्कूली बच्चे सवार थे। जैसे ही हादसे की खबर गांव में फैली, स्थानीय ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे और अपनी जान की परवाह किए बिना बच्चों को बस से सुरक्षित बाहर निकाला।
गनीमत रही कि समय रहते सभी बच्चों की जान बचा ली गई और कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। बाद में बस को क्रेन और अन्य वाहनों की सहायता से बाहर निकालने का प्रयास किया गया।

घटना ने गंभीर सवाल खड़े किए
इस घटना ने एक बार फिर स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह कोई पहली घटना नहीं है जब लापरवाही के चलते मासूम बच्चों की जान खतरे में डाली गई हो। निजी परिवहन संचालकों की यह गैर-जिम्मेदाराना हरकत प्रशासन की निगरानी व्यवस्था की पोल खोलती है।