आवारा श्वानों को किसी उचित संरक्षित जगह भेज देना चाहिए। क्योंकि शहर में अनेकों बार छोटे बच्चों बुजुर्गों पर श्वान द्वारा हमला हुआ है जिसमें कई गंभीर घायल हुए हैं। डॉग लवर्स को यह समझना होगा बेशक ये हमारे इकोसिस्टम का हिस्सा हैं लेकिन मानव की जान भी बेहद कीमती है। सरकार तत्काल इन्हें पकड़वाए व शेल्टर होम भेजे। – अभय आचार्य, विदिशा
आवारा श्वानों पर जब से सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आया है। लोगों में दो प्रकार की धारणाएं बनी हैं। एक फैसले के पक्ष में ओर दूसरी विपक्ष में हैं। हालांकि नियमों के तहत आवारा श्वान ही नहीं अन्य आवारा घूम रहे पशुओं के लिए भी व्यवस्था होनी चाहिए। दिनोंदिन श्वानों के काटने की बढ़ती घटना के भी कारणों को जानने के प्रयास किए जाने चाहिए। जीने की आजादी सबको हैं तो सरकार भामाशाहों के सहयोग से शेल्टर होम की व्यवस्था करें। – राकेश विश्नोई चौहटन बाड़मेर