धुएं को बाहर निकालने के लिए स्मोक एक्सट्रैक्शन सिस्टम का इस्तेमाल
सूचना मिलते ही दमकल विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कुल 6 फायर सर्विस यूनिट और एक हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म को मौके पर रवाना किया। दमकलकर्मियों ने आग पर तेजी से काबू पाया और आग को पूरी तरह बुझा दिया। आग पर नियंत्रण पाने के बाद धुएं को बाहर निकालने के लिए स्मोक एक्सट्रैक्शन सिस्टम का इस्तेमाल किया गया।
मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाला
अस्पताल प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए फर्स्ट और ग्राउंड फ्लोर पर मौजूद मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, जबकि दूसरी मंजिल के मरीज भी समय रहते स्वयं बाहर आ गए। तीसरी मंजिल पर भर्ती मरीजों को बाहर निकालने की आवश्यकता नहीं पड़ी क्योंकि वहां तक आग या धुआं नहीं पहुंचा।
दो केयर टेकर स्टाफ को हल्की चोटें आईं
घटना के दौरान दो केयर टेकर स्टाफ को शीशा तोड़ते समय हल्की चोटें आईं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल में ही भर्ती किया गया। किसी भी मरीज या कर्मचारी की जान को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। दमकल विभाग द्वारा आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। फिलहाल प्राथमिक रूप से आग का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है, लेकिन जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। इस घटना ने एक बार फिर अस्पतालों में फायर सेफ्टी की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
अब सीताकूप का जल ले जा सकेंगे श्रद्धालु राम मंदिर ट्रस्ट की देखरेख में हुआ कायाकल्प, रखरखाव न होने से हो गया था जर्जर हालांकि सुमित्रा हॉस्पिटल प्रशासन और दमकल विभाग की समय पर कार्रवाई से बड़ी दुर्घटना होने से बचा लिया गया। थाना सेक्टर-24 पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।