इंटिग्रेटेड पाठ्यक्रम नहीं होगा बंद, नए सत्र में होंगे प्रवेश
हनुमानगढ़. इंटिग्रेटेड पाठ्यक्रम बीए बीएड एवं बीएससी बीएड की डिग्री लेने की चाह रखने वाले युवाओं के लिए खुशखबरी है। यह पाठ्यक्रम बंद नहीं किया जाएगा। एनसीटीई (राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद) ने इस संबंध में आदेश जारी किया। यह निर्णय परिषद की 65वीं बैठक में लिया गया। इसमें नए शिक्षा सत्र २०२५-२६ में इंटिग्रेटेड पाठ्यक्रम में पूर्व की भांति प्रक्रिया अपनाकर युवाओं को प्रवेश देने की घोषणा की गई है। चार वर्षीय इस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए पहले की तरह प्रवेश परीक्षा का आयोजन कर ऑनलाइन काउंसलिंग के जरिए नए सत्र में प्रवेश दिए जाएंगे। इससे बीए बीएड एवं बीएससी बीएड की डिग्री करने की चाह रखने वाले युवाओं में खुशी की लहर है। राजस्थान प्राइवेट कॉलेज एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष तरूण विजय ने राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के निर्णय पर प्रसन्नता जताते हुए बताया कि युवाओं के हित में यह सकारात्मक फैसला बहुत आवश्यक था। इससे युवाओं को बहुत लाभ होगा। क्योंकि इंटिग्रेटेड पाठ्यक्रम के जरिए बीए बीएड एवं बीएससी बीएड की डिग्री लेने से युवाओं का एक साल का समय बचता है। अगर कोई बीए या बीएएससी आदि की स्नातक की डिग्री कर बीएड वगैरह करे तो पांच साल लग जाते हैं। जबकि इंटिग्रेटेड पाठ्यक्रम से यह योग्यता चार साल में ही हासिल की जा सकती है। इससे युवाओं का एक साल का समय व पैसा बचता है। इससे विद्यार्थियों को बहुत लाभ होगा।