सोशल मीडिया पर सॉफ्टवेयर इंजीनियर का दावा वायरल
दिल्ली निवासी सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने यह दावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर किया। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि एक साल पहले वे एक फ्रेशर के रूप में सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री में आए थे। उनका पहला सालाना पैकेज मात्र 5.5 लाख रुपये था। लेकिन अब एक साल के भीतर ही उनकी सैलरी 45 लाख रुपये हो चुकी है। इस पोस्ट ने देखते ही देखते हजारों लोगों का ध्यान खींचा और सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई। कुछ लोगों ने देवेश की इस उपलब्धि की सराहना की तो कुछ ने इस दावे की सत्यता पर सवाल उठाए, क्योंकि आमतौर पर सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री में भी सैलरी में इतनी तेजी से उछाल कम ही देखने को मिलता है। हालांकि देवेश ने विशिष्ट स्किल्स सीखकर सैलरी बढ़ाने का दावा किया है। उन्होंने यह नहीं बताया कि 45 लाख का पैकेज किसी इंडियन कंपनी से मिला है या फिर किसी विदेशी टेक्नोलॉजी कंपनी ने उन्हें ये पैकेज दिया है, लेकिन यह जरूर स्पष्ट किया कि उन्होंने करियर की शुरुआत में कुछ अहम फैसले लिए। जिनका उन्हें लाभ मिला। देवेश की इस पोस्ट को 1600 लोगों ने बुकमार्क किया है। जबकि 11 हजार से ज्यादा लोगों ने पोस्ट को लाइक किया है। इसके साथ ही साढ़े तीन सौ लोगों ने रिट्वीट किया। जबकि पोस्ट पर करीब ढाई सौ लोगों ने कमेंट किया है।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने बताया सैलरी बढ़ाने का तरीका
देवेश ने अपनी पोस्ट में बताया कि करियर के शुरुआती समय में सैलरी की बजाय सीखने और अनुभव पर फोकस करना चाहिए। उनका मानना है कि शुरुआत में यदि आप मेहनत और सही दिशा में काम करते हैं तो कुछ महीनों में ही आपकी वैल्यू मार्केट में बहुत बढ़ जाती है। उन्होंने निम्नलिखित बातों पर विशेष जोर दिया। देवेश ने सोशल मीडिया पर लोगों के सवालों के जवाब देते हुए बताया है कि फ्रेशर्स को अपने अंदर सीखने की भूख पैदा करनी चाहिए। यानी नए टूल्स, प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज और टेक्नोलॉजीज सीखते रहें। प्रोजेक्ट्स पर ध्यान दें यानी ऐसे प्रोजेक्ट्स लें जो आपको नए अनुभव दें और आपकी स्किल्स को बढ़ाएं। इसके साथ ही अपनी नेटवर्किंग खुद करें। इसके लिए इंडस्ट्री में जुड़े लोगों से संपर्क में रहें। प्रोफेशनल प्लेटफार्म्स पर एक्टिव रहें। अपनी इंटरव्यू स्किल्स विकसित करें। देवेश का दावा है कि जितने ज्यादा इंटरव्यू देंगे। उतना ही बेहतर ऑफर मिलने की संभावना बढ़ेगी। देवेश ने यह भी सुझाव दिया कि युवाओं को शुरुआती दौर में इनकम पर ध्यान न देकर स्किल बढ़ाने पर फोकस करना चाहिए। ऐसा करने से इनकम खुद ब खुद बढ़ जाएगी।