प्रेमी युगल ने कोर्ट से मांगी थी सुरक्षा
हरियाणा के चरखी दादरी जिले में एक 25 साल की हिन्दू लड़की ने 25 साल के मुस्लिम लड़के से रजामंदी के तौर पर प्रेम विवाह किया था। इसके बाद दोनों 3 जुलाई को कोर्ट पहुंचे। जहां उन्होंने रजामंदी से धर्म परिवर्तन और शादी करने की बात कहते हुए सुरक्षा मांगी। युवती रोहतक जिले के एक कॉलेज से मास्टर्स की पढ़ाई कर रही है। जबकि मुस्लिम लड़का भी रोहतक में ही रहता है। दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने उन्हें चरखी दादरी के सेफ हाउस में पुलिस सुरक्षा के बीच रखा था। दूसरी ओर इसकी जानकारी से युवती और युवक के गांव में हड़कंप मच गया।
आपसी रजामंदी से की थी शादी
चरखी दादरी सदर थाने के SHO तेजपाल ने बताया कि दोनों ने आपसी रजामंदी से धर्म परिवर्तन कर प्रेम विवाह किया था। सुरक्षा को लेकर कोर्ट के आदेशानुसार पुलिस ने दोनों को सेफ हाउस में शरण दी थी, लेकिन इस शादी की जानकारी होने के बाद दोनों के गांव में भारी हंगामा मच गया। इसपर पुलिस की टीमें गांव में तैनात की गईं। दूसरी ओर अठगामा खाप के मुखिया धर्मपाल मेहराणा के नेतृत्व में पंचायत बुलाई गई। पंचायत ने मुस्लिम युवक के परिवार पर शादी खत्म करने का दबाव डाला। पंचायत के सुझाव को मानते हुए दोनों परिवार स्थानीय पुलिस थाने पहुंचे। जहां युवक और युवती ने एक एफिडेविट पर साइन कर अलग होने की सहमति दी।
गांव में सामाजिक ताने-बाने को लेकर आक्रोश
हरियाणा की अठगामा खाप प्रमुख धर्मपाल मेहराणा ने कहा कि इस शादी से गांव के सामाजिक ताने-बाने पर गहरा असर पड़ा है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की ओर से तीन गांवों की संयुक्त पंचायत बुलाने और मुस्लिम युवक के परिवार पर कार्रवाई की मांग की जा रही है। उनका कहना था कि यह गांव हर परिस्थिति में मुस्लिम परिवार की मदद करता रहा है, लेकिन अब उनका बेटा हिंदू लड़की को भगाकर ले गया। जो हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे पर कलंक है। ये हमारे समाज को किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है।
मुख्यमंत्री से कानून बनाने की मांग
गांव के ही निवासी विष्णु ने कहा कि ऐसे विवाह सामाजिक ताने-बाने और भाईचारे को तोड़ते हैं। उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मांग की है कि एक ही गांव, आस-पास के गांव या एक ही गोत्र में होने वाली शादियों पर प्रतिबंध लगाने के लिए कानून बनाया जाए। दूसरी ओर ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए युवक के घर के बाहर चार पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है। युवक के परिवार की एक किराने की दुकान भी थी, जिसे गांववालों ने बंद करा दिया है।
बहन की शादी में मुलाकात फिर दोनों में हो गया प्यार
जानकारी के मुताबिक, हिंदू युवती की मुस्लिम युवक से पहली मुलाकात 2023 में उसकी बहन की शादी के दौरान हुई थी। लड़की और युवक की बहन अच्छे दोस्त थे। लड़की के परिवार को दोनों के संबंध की जानकारी पहले से थी और उन्होंने युवक को अपनी बेटी से दूर रहने के लिए कहा था, लेकिन बात नहीं मानी गई। अंततः गांववालों के दबाव के चलते दोनों को शादी तोड़ने का फैसला लेना पड़ा।
सहमति से किया अलग होने का फैसला
SHO तेजपाल ने बताया कि दोनों ने एफिडेविट में यह घोषित किया कि वे अब अपने-अपने माता-पिता के साथ रहेंगे और शादी को कानूनी रूप से समाप्त करने की प्रक्रिया अपनाएंगे। फिलहाल दोनों पक्ष अपने-अपने घर लौट चुके हैं। SHO तेजपाल ने बताया कि गांव में स्थिति सामान्य है लेकिन पुलिस सतर्कता बनाए हुए है। उन्होंने स्पष्ट किया कि दोनों ने अपनी मर्जी से अलग होने का निर्णय लिया है और आगे की कार्रवाई कानूनी प्रक्रिया के तहत की जाएगी।