उत्तर-पूर्वी दिल्ली के करावल नगर की घटना
घटना उत्तर-पूर्वी दिल्ली के करावल नगर इलाके भगत सिंह कॉलोनी की है। जहां प्रदीप अपनी पत्नी जयश्री और दो बेटियों के साथ रहता था। दोनों बेटियों की उम्र सात और पांच साल बताई जा रही है। पुलिस की प्राथमिक जांच में पड़ोसियों ने बताया कि प्रदीप का अपनी पत्नी जयश्री के साथ घरेलू विवाद चल रहा था। रक्षाबंधन के दिन यानी शनिवार को भी किसी बात को झगड़ा हो गया। इसके बाद आरोपी ने पत्नी और दोनों बेटियों की हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया। पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
ट्रिपल मर्डर की सूचना से पुलिस में मचा हड़कंप
दिल्ली के करावल नगर क्षेत्र में रक्षाबंधन के दिन ट्रिपल मर्डर की सूचना से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू की। इसके साथ ही शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इसके साथ ही पुलिस ने फोरेंसिक टीम बुलाकर मौके से साक्ष्य जुटाए। मामले की जांच जारी है।
नेब सराय ट्रिपल मर्डर की यादें ताजा
रक्षाबंधन वाले दिन दिल्ली के करावल नगर क्षेत्र में ट्रिपल मर्डर से हर कोई हैरान है। इसके साथ ही दक्षिणी दिल्ली के नेब सराय इलाके में हुए ट्रिपल मर्डर केस की यादें भी ताजा हो गईं। जहां पिछले साल दिसंबर में एक युवक ने अपने माता-पिता और बहन की हत्या कर दी थी। यह वारदात 20 साल के आरोपी अर्जुन ने की थी। पुलिस पूछताछ में अर्जुन ने बताया था कि उसके माता-पिता ने अपनी चल-अचल संपत्ति का उत्तराधिकारी बहन को बना दिया था। इसी बात से उसके अंदर नफरत बढ़ी और उसने तीनों की हत्या कर दी है।
दक्षिणी दिल्ली के देवली गांव में हुआ था ट्रिपल मर्डर
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, दक्षिणी दिल्ली के देवली गांव में 51 साल के राजेश कुमार अपनी 46 साल की पत्नी कोमल, 23 साल की बेटी कविता और 20 साल के बेटे अर्जुन के साथ रहते थे। पिछले साल दिसंबर में 20 साल के अर्जुन ने पुलिस को माता-पिता और बहन के मर्डर की सूचना दी। जब पुलिस ने मामले की जांच की तो हत्या का शक अर्जुन पर ही चला गया। दरअसल, अर्जुन ने पुलिस को बताया था कि सबसे पहले उसने ही अपने माता-पिता और बहन के शव देखे। इस दौरान पुलिस ने लूट के एंगल पर मामले की जांच शुरू की, लेकिन घर में कोई लूट या सेंधमारी से संबंधित सबूत नहीं मिला।
अपमान और संपत्ति बनी थी हत्या का कारण
इसपर पुलिस ने अर्जुन के पड़ोसियों से भी मामले की गुपचुप तरीके से जानकारी ली। बाद में अर्जुन के बयानों में भी विरोधभास का अहसास हुआ। इसपर पुलिस ने अर्जुन से जब कड़ाई से पूछताछ शुरू की तो हत्या की गुत्थी सुलझने लगी। पुलिस को अर्जुन के हाथ पर भी चोट के निशान मिले। अर्जुन ने पुलिस के सामने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि माता-पिता ने उसे संपत्ति का उत्तराधिकारी नहीं बनाया था। इसके अलावा उसे घर में हमेशा अपमानित किया जाता था। जबकि उसकी बहन को ज्यादा प्यार मिलता था। इसी के चलते उसने यह भयावह कदम उठा लिया।