घर का दरवाजा अंदर से बंद था, भाई ने तोड़ी जाली
DCP आउटर नॉर्थ हरेश्वर स्वामी के मुताबिक, शुक्रवार दोपहर रोहिणी सेक्टर-11 से घटना की सूचना मिली। जब सविता के भाई ने घर पहुंचकर दरवाज़ा खटखटाया और कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो उसने शंका के आधार पर दरवाज़े की तार वाली जाली को तोड़कर जबरन प्रवेश किया। अंदर जाकर देखा तो सविता पंखे से लटकी हुई थीं। वह उन्हें तुरंत नीचे उतारकर अस्पताल ले गया, लेकिन तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी।
सुसाइड नोट नहीं मिला, जांच जारी
डीसीपी बाहरी-उत्तर हरेश्वर स्वामी ने बताया कि फिलहाल किसी प्रकार का सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। मामले की जांच भारतीय दंड संहिता की धारा 174 (अप्राकृतिक मृत्यु) के तहत की जा रही है। मृतका का मोबाइल फोन व अन्य निजी सामान जब्त कर लिया गया है, जिन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
पोस्टमार्टम के लिए शव सुरक्षित, कारणों की तलाश
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और रिपोर्ट का इंतज़ार किया जा रहा है। पुलिस अधिकारी सविता के परिवारजनों और उनके सहकर्मियों से बात कर आत्महत्या के पीछे के संभावित कारणों का पता लगाने में जुटे हैं। दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि टीम सविता की व्यक्तिगत और पेशेवर जिंदगी के बारे में भी जानकारी जुटा रही है। मामले को लव अफेयर के साथ भी जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि परिजनों ने इससे इनकार किया है।
सहकर्मियों में शोक की लहर
इस घटना के बाद पुलिस विभाग और सविता के सहकर्मियों में शोक की लहर दौड़ गई है। एक युवा और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के अचानक यूं चले जाने से हर कोई स्तब्ध है। सविता ने साल 2021 में बतौर सब-इंस्पेक्टर दिल्ली पुलिस में अपनी सेवा शुरू की थी। सविता के साथियों का कहना है कि वह बेहद मिलनसार और सरल स्वभाव की थी। काम को लेकर सविता बेहद ईमानदार और चौकन्नी रहती थी। हालांकि उसने सुसाइड क्यों किया, इसका पुलिस को अभी तक कोई उत्तर नहीं मिला है। फिर भी पुलिस अपनी जांच में जुटी है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सविता के मोबाइल फोन से शायद मामले में कुछ अहम जानकारी मिल सकती है।