हालांकि इसके पहले उन्होंने कहा था कि दिल्ली में आरोग्य मंदिरों के लिए होने वाली नई भर्ती में मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर भी आवेदन कर सकते हैं। आरोग्य मंदिरों को योग्य डॉक्टर और प्रशिक्षित पैरामेडिकल स्टाफ की जरूरत है। इसलिए इसमें हर वो अभ्यर्थी आवेदन कर सकता है। जो इसके लिए योग्यता रखता हो, लेकिन बीते दिनों बैठक में उन्होंने स्पष्ट किया कि मोहल्ला क्लीनिक के स्टाफ का एक साल के लिए अनुबंध बढ़ा दिया गया है, लेकिन आरोग्य मंदिरों के लिए नए स्टाफ की भर्ती यदि इससे पहले हो जाती है तो पर्याप्त नोटिस देकर मोहल्ला क्लीनिक के स्टाफ का अनुबंध खत्म कर दिया जाएगा। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पकंज सिंह के इस ऐलान से दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिकों में तैनात 500 डॉक्टर और 2000 कर्मचारियों में खलबली मच गई थी।
सीएम रेखा के जनता दरबाद में पहुंचे डॉक्टर
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज सिंह का ऐलान सुनकर मोहल्ला क्लीनिक का स्टाफ शुक्रवार को सीएम रेखा गुप्ता के शालीमार बाग स्थित आवास पर लगे जनता दरबार में पहुंचा। जहां सीएम रेखा गुप्ता ने उनकी बात सुनी। इसके बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने क्लीनिक के करीब 500 डॉक्टरों और स्टाफ को आश्वासन दिया कि राजधानी में बनने वाले आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में उन्हें ही प्राथमिकता दी जाएगी। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा “जहां भी आरोग्य मंदिर बनेंगे। वहां पहले से कार्यरत मोहल्ला क्लीनिक के स्टाफ को ही सबसे पहले नौकरी दी जाएगी। घबराने की जरूरत नहीं है। हम आपको प्राथमिकता देंगे।” कर्मचारियों ने मांगा लिखित आश्वासन
हालांकि, स्टाफ ने इस पर लिखित आश्वासन की मांग की। मोहल्ला क्लिनिक में कार्यरत फार्मासिस्ट जितेंद्र कुमार ने पूछा, “जो कागज़ हमें दिए जा रहे हैं, उसमें लिखा है कि हमारा कॉन्ट्रैक्ट सिर्फ एक साल या जब तक आयुष्मान आरोग्य मंदिर के लिए स्टाफ नहीं भर्ती हो जाता, तब तक का है। उसके बाद हमारा क्या होगा?” उन्होंने यह भी कहा कि इस विषय में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से बैठक होनी चाहिए जिससे यह स्पष्ट हो सके कि सभी मौजूदा कर्मचारियों को समायोजित किया जाएगा।
मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टरों का अनुबंध समाप्त
AAP सरकार द्वारा शुरू किए गए मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टरों और स्टाफ का अनुबंध 31 मार्च को समाप्त हो गया था। इसके एक महीने बाद, नई बीजेपी सरकार ने इन क्लिनिकों को “अर्बन आयुष्मान आरोग्य मंदिर” में बदलने का फैसला लिया। दूसरी ओर शुक्रवार को दिल्ली भर के मोहल्ला क्लीनिक बंद रहे। एक डॉक्टर ने बताया कि उन्हें 19 मई तक नया अनुबंध पत्र साइन कर राज्य कार्यक्रम अधिकारी को देना है। इसमें भी यही लिखा है कि यह नियुक्ति 31 मार्च 2026 तक या नए स्टाफ की भर्ती तक मान्य होगी। जो पहले हो। AAP मोहल्ला क्लीनिक सेल द्वारा साझा किए गए पत्र में लिखा है, “डॉक्टरों की नियुक्ति उनके कार्य प्रदर्शन की समीक्षा के अधीन होगी।”
AAP का बीजेपी सरकार पर हमला
AAP ने शुक्रवार को बीजेपी सरकार पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि वह दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक से हजारों डॉक्टरों, नर्सों, फार्मासिस्टों और अन्य कर्मचारियों को हटा रही है। आम आदमी पार्टी के दिल्ली संयोजक सौरभ भारद्वाज ने कहा “7 मई की एक बैठक के मिनट्स से स्पष्ट होता है कि सरकार अधिकतर मोहल्ला क्लीनिक बंद करने की योजना में है। लोग मुख्यमंत्री से मिलने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसलिए वे हजारों की संख्या में जनता दरबार पहुंचे।” उन्होंने बताया कि कई लोग 2017 से मोहल्ला क्लीनिक में काम कर रहे हैं और केवल 8,000 से 10,000 रुपये प्रतिमाह कमाते हैं। उनकी आमदनी मरीजों की संख्या पर निर्भर करती है और 2017 से इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के सवाल पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने कहा, “सरकार किसी के साथ अन्याय नहीं करेगी। जो भी योग्य होंगे। उन्हें भर्ती किया जाएगा। डॉक्टरों की नियुक्ति एक उचित और पारदर्शी प्रक्रिया से की जाएगी ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।”