कल्याण बनर्जी ने दिया इस्तीफा
बता दें कि सोमवार को टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने लोकसभा में मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दिया था। उन्होंने सांसद महुआ मोइत्रा से जुबानी जंग के बीच यह फैसला लिया है। दरअसल, कल्याण बनर्जी ने टीएमसी सांसदों की एक वर्चुअल बैठक के बाद यह फैसला लिया है। इस बैठक की अध्यक्षता सीएम ममता बनर्जी ने की थी। कौन हैं काकोली घोष
बता दें कि
काकोली घोष दस्तीदार पश्चिम बंगाल से राजनेता हैं। वह चिकित्सक भी हैं। वे तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद हैं और 2009 से बारासात लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। उनके परिवार का तीन पीढ़ियों से पश्चिम बंगाल की राजनीति से गहरा नाता है।
संसद में खाया कच्चा बैंगन
उन्होंने महंगाई के विरोध में संसद में कच्चा बैंगन चबाकर सुर्खियां बटोरीं। हालांकि उन्होंने कई बार विवादित बयान भी दिए जिनके लिए उन्होंने माफी भी मांगी। वह टीएमसी की महिला शाखा, बंगा जननी बाहिनी, की अध्यक्ष भी हैं। उनके पति सुदर्शन घोश दास्तीदार भी राजनेता और डॉक्टर हैं।
इस्तीफा देने के बाद क्या बोले बनर्जी
लोकसभा में मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा देने के बाद कल्याण बनर्जी ने कहा कि दीदी (ममता बनर्जी) ने सांसदों के बीच समन्वय की कमी की ओर इशारा किया। इसलिए, दोष मुझ पर है। मैंने पद छोड़ने का फैसला किया है।
मैं राजनीति छोड़ने के बारे में सोच रहा- बनर्जी
कल्याण बनर्जी ने कहा कि “दीदी कहती हैं कि सांसद झगड़ रहे हैं। क्या मुझे उन लोगों को बर्दाश्त करना चाहिए जो मुझे गाली देते हैं? मैंने पार्टी नेतृत्व को सूचित किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बजाय, मुझे दोषी ठहराया गया। दीदी को पार्टी को अपने तरीके से चलाने दें। मैं इतना परेशान हूं कि मैं राजनीति छोड़ने के बारे में भी सोच रहा हूं।