नरवणे का संदेश और उसका महत्व
जनरल नरवणे का यह बयान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच आया, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों ने बहावलपुर, मुरीदके, सियालकोट और PoK में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। उनकी पोस्ट न केवल पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी है, बल्कि यह भी संदेश देती है कि भारत किसी भी आक्रामक कार्रवाई का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। नरवणे, जो अपने कार्यकाल के दौरान भारत की रणनीतिक नीतियों को मजबूत करने के लिए जाने जाते हैं, ने इस बयान से यह स्पष्ट किया कि भारत का जवाबी अभियान अभी समाप्त नहीं हुआ है।
भारत की चेतावनी और सैन्य तत्परता
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत ने पाकिस्तान को संघर्ष को बढ़ाने के खिलाफ सख्त चेतावनी जारी की है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन के बाद भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के प्रमुखों से बात की, जिससे यह संकेत मिलता है कि भारत किसी भी स्थिति से निपटने के लिए उच्च-स्तरीय समन्वय बनाए हुए है। सूत्रों के अनुसार, भारतीय सशस्त्र बलों को “पूर्ण परिचालन स्वतंत्रता” दी गई है, जो पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू हुई कार्रवाइयों को और तेज कर सकती है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारतीय सेना ने प्रेसिजन म्यूनिशन्स और समन्वित रणनीति का उपयोग कर आतंकी ढांचों को नष्ट किया, जिसमें किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया। रक्षा मंत्रालय ने इसे “केंद्रित, संयमित और गैर-उत्तेजक” कार्रवाई करार दिया, लेकिन नरवणे की टिप्पणी से लगता है कि भारत के पास और भी रणनीतिक कदम बाकी हैं।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और तनाव
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत की इस कार्रवाई को “युद्ध की कार्रवाई” करार देते हुए कहा कि इसका “माकूल जवाब” दिया जाएगा। हालांकि, पाकिस्तान की ओर से अभी तक कोई ठोस जवाबी कार्रवाई की खबर नहीं है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और आपातकाल की स्थिति लागू है, जो वहां के तनावग्रस्त माहौल को दर्शाता है। बहावलपुर, जो JeM सरगना मसूद अजहर और LeT प्रमुख हाफिज सईद का गढ़ रहा है, वहां विशेष रूप से अशांति की खबरें हैं।
क्या है भारत की अगली रणनीति?
नरवणे की टिप्पणी और भारत की सैन्य तैयारियों से संकेत मिलता है कि भारत किसी भी संभावित जवाबी हमले या आतंकी गतिविधि के लिए तैयार है। मॉक वॉर ड्रिल, जो 7 मई को देश के 244-259 संवेदनशील जिलों में आयोजित की जा रही है, भारत की नागरिक और सैन्य तत्परता को और मजबूत कर रही है। इस ड्रिल में वायुसेना के राफेल, सुखोई-30 और तेजस जैसे लड़ाकू विमानों के साथ बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास शामिल हैं। इसके अलावा, खुफिया एजेंसियां सीमा पार से किसी भी गतिविधि पर कड़ी नजर रख रही हैं।
भारत का संदेश: आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
जनरल नरवणे का बयान और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत के आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति को रेखांकित करते हैं। पहलगाम हमले, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे, के बाद भारत ने न केवल आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, बल्कि यह भी दिखाया कि वह आतंकवाद को पनाह देने वालों को गहरे तक निशाना बना सकता है। नरवणे की “अभी पिक्चर बाकी है” वाली टिप्पणी एक रणनीतिक चेतावनी है कि भारत की कार्रवाइयां अभी रुकने वाली नहीं हैं, खासकर अगर पाकिस्तान ने तनाव को बढ़ाने की कोशिश की।