हमेशा डर सताता रहेगा
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए घर के एक सदस्य ने कहा कि हमें देवोगौड़ा परिवार के सियासी रसूख के कारण न्याय मिलने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन हमें न्याय तो मिला। अब हमें सदमा और इसका डर हमेशा सताता रहेगा। घर के सदस्य ने कहा कि पीड़िता प्रज्वल के एक फार्महाउस में घरेलू कामगार थी। वह मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट में कई बार रो पड़ी, लेकिन वह दवाबों के आगे डटी रही और अपने बयान पर कायम रहीं।
किसी ने हमारा साथ नहीं दिया
पीड़िता के परिजन ने कहा कि मामला सामने आने के बाद हमारे गांव के लोगों ने हमारा साथ नहीं दिया। पीड़िता अब बेंगलुरु में काम कर रही है। जांच दल के ही एक अधिकारी ने उन्हें काम दिलाने में मदद की। उन्होंने कहा कि फैसला आने के बाद आज भी हम डर के साए में जीने को मजबूर हैं। फैसला आने के बाद SIT के एक अधिकारी ने कहा कि मैं किसी को भी अपना पता न बताऊं। पीड़िता के परिजन ने कहा कि वह वीडियो सबसे पहले मुझे मिला था। उसे देखकर मैं सदमे में चला गया। इसके बाद मैंने इस मामले की जानकारी पुलिस को दी। तब तक मामला तूल पकड़ चुका था।
फूट-फूटकर रोया रेवन्ना
प्रज्वल रेवन्ना कोर्ट से मिली सजा के बाद लगातार फूट-फूटकर रो रहा है। बीते दिनों मेडिकल चेकअप के दौरान भी वह डॉक्टरों के सामने खूब रोया। वहीं, कोर्ट में उसने कहा कि मेरा एक ही गुनाह है कि मैं राजनीति में बहुत जल्दी ऊपर पहुंच गया। रेवन्ना ने कहा कि बीते छह महीने से अपने माता-पिता से नहीं मिल पाया हूं। उसने यह भी कहा कि आरोप राजनीतिक साजिश है और चुनाव से छह दिन पहले झूठे केस दर्ज कराए गए थे।
कैसे खुला यह मामला
प्रज्वल रेवन्ना का पूरा कांड साल 2024 में लोकसभा चुनाव के दौरान खुला। 24 अप्रैल 2024 की सुबह हासन स्टेडियम के रनिंग ट्रैक पर सैकड़ों पैन ड्राइव मिले। जिसमें पूर्व सांसद से जुड़े 3 हजार सेक्स क्लिप थे। देखते ही देखते अश्लील वीडियो कर्नाटक सहित देश भर में वायरल होने लगे। रेवन्ना का ताल्लुक देश के बड़े सियासी परिवार से है। जनता दल सेक्युलर नेता एचडी देवेगोड़ा देश के प्रधानमंत्री रहे। चाचा कुमारस्वामी कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे। पिता राज्य में कद्दावर मंत्री रहे। रेवन्ना खुद हासन सीट से सांसद रहा। लिहाजा मामले ने तुरंत राजनीतिक तूल पकड़ लिया। लोकसभा चुनाव होने के कारण जनता दल सेक्युलर और उसकी सहयोगी पार्टी BJP पर कांग्रेस व अन्य दलों ने जमकर हमला बोला। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया और कर्नाटक पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई।
अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद एक बाद एक करके 50 से अधिक युवतियां व महिलाएं सामने आई। उन्होंने रेवन्ना के दुराचार की बात देश के सामने रखी। रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। कर्नाटक पुलिस ने आरोपी रेवन्ना के खिलाफ 4 मामले दर्ज किए।
मामले का वीडियो सामने आने के बाद आरोपी प्रज्ज्वल रेवन्ना को गिरफ्तार करने के लिए कर्नाटक पुलिस पर दवाब बढ़ने लगा। गिरफ्तारी के डर से प्रज्ज्वल जर्मनी भाग गया। 31 मई 2024 को वह भारत लौटा। बेंगलुरु एयरपोर्ट पर कर्नाटक पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।