दावों की सटीकता में 14 गुना सुधार
रिपोर्ट के मुताबिक, बीमा दावों (Claims) की प्रक्रिया में एआई के इस्तेमाल से दावा सटीकता में 14 गुना तक सुधार हुआ है। टर्म इंश्योरेंस में जहां करीब 11% मामलों को एआई संभावित धोखाधड़ी के तौर पर चिह्नित करता है, वहीं बचत योजनाओं में यह आंकड़ा 16% तक पहुंच गया है। इससे बीमा कंपनियां असली दावों को जल्दी निपटा पा रही हैं और ग्राहकों का विश्वास भी बढ़ रहा है।
अब 45% बीमा कार्यों का जिम्मा एआई के पास
रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि एआई अब 45 प्रतिशत बीमा संचालन को संभाल रहा है। इससे मैनुअल कार्यों की आवश्यकता घट गई है और मानवीय त्रुटियों में भी कमी आई है। यह तकनीक बीमा कंपनियों के लिए लागत कम करने और दक्षता बढ़ाने का एक प्रभावी तरीका बन गई है।
ग्राहक सेवा में आया जबरदस्त सुधार
ग्राहक सेवा (Customer Service) के क्षेत्र में भी एआई ने क्रांतिकारी परिवर्तन किया है। AI चैटबॉट्स अब 30% से अधिक प्राथमिक ग्राहक प्रश्नों को स्वयं हैंडल कर रहे हैं, जो पिछले वर्ष मात्र 15% था। इससे टर्नअराउंड टाइम (TAT) में 15% की कमी आई है और ग्राहक संतुष्टि स्कोर (CSAT) 94% के पार पहुंच चुका है।
15 मिनट में मिल रही पॉलिसी
पहले जहां बीमा पॉलिसी जारी होने में औसतन 4 घंटे का समय लगता था, अब एआई की मदद से लगभग आधे ग्राहक सिर्फ़ 15 मिनट में अपनी बीमा पॉलिसी प्राप्त कर पा रहे हैं। इससे बीमा लेने की प्रक्रिया अधिक सरल और आकर्षक हो गई है, जिससे लोग रुचि के साथ बीमा उत्पाद खरीद रहे हैं।
जनरेटिव एआई से जटिल शर्तें भी हो रही हैं सरल
जनरेटिव एआई टूल्स, जो फिलहाल टेस्टिंग स्टेज में हैं, अब जटिल बीमा शर्तों को सरल, स्पष्ट और प्रासंगिक तरीके से समझा पा रहे हैं। इसका सीधा असर यह है कि बीमा उत्पाद खोजने के चरण में 5-8% अधिक लोग खरीदारी कर रहे हैं।
शिकायत प्रबंधन भी हुआ ऑटोमैटिक और सटीक
नई एआई तकनीकों की मदद से ग्राहक शिकायतों के टिकट अब 84% सटीकता के साथ सही एजेंट तक पहुंचाए जा रहे हैं। इससे शिकायत समाधान की गति बढ़ी है और ग्राहक अनुभव भी सकारात्मक बना है।