क्या है पूरा मामला?
यूजर्स को इन ऐप्स पर राइड शुरू होने से पहले ही ड्राइवर को “टिप” देने का सुझाव दिया जाता है। इससे यात्रियों में भ्रम की स्थिति बनती है कि क्या टिप देना अनिवार्य है या वैकल्पिक। कई यूजर्स ने इस फीचर को मिसलीडिंग और अनुचित करार दिया है।
क्या है सरकार की प्रतिक्रिया?
केंद्रीय उपभोक्ता मामले मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि सरकार सभी शिकायतों की जांच कर रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर अन्य प्लेटफॉर्म्स पर भी इस प्रकार की गुमराह करने वाली प्रैक्टिस पाई जाती है तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
कौन-सी कंपनी ने शुरू किया सिस्टम?
रिपोर्ट्स के अनुसार, नम्मा यात्री ने सबसे पहले बेंगलुरु में एडवांस टिपिंग सिस्टम लागू किया था। इसके बाद अन्य कंपनियों ने भी इसी तर्ज पर फीचर को लागू किया। हालांकि, यह साफ नहीं है कि नम्मा यात्री को CCPA की ओर से कोई आधिकारिक नोटिस मिला है या नहीं।
क्या हुआ CCPA की जांच का?
22 जून 2025 तक, CCPA की जांच रिपोर्ट को लेकर कोई आधिकारिक अपडेट जारी नहीं किया गया है। वहीं, ओला, उबर, रैपिडो और नम्मा यात्री की ओर से भी इस पूरे मामले पर कोई सार्वजनिक बयान सामने नहीं आया है।