उस मीटिंग में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, शिवसेना के श्रीकांत शिंदे, लोक जनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान, टीडीपी के लवू कृष्ण देवरायलु और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के रामदास अठावले भी बैठक में शामिल हुए। शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने बुधवार को ही भाजपा के उम्मीदवार को बिना शर्त समर्थन देने की घोषणा कर दी थी।
नामांकन की आखिरी तिथी 21 अगस्त है
माना जा रहा है कि आज भाजपा उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर सकती है। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 21 अगस्त से पहले है। दरअसल, पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे से सरकार और उनके बीच अंदरूनी मतभेदों की अटकलें तेज हो गई।
9 सितंबर को होगा उपराष्ट्रपति पद का चुनाव
आगामी नौ सितंबर को उपराष्ट्रपति पद का चुनाव होगा। भारत के उपराष्ट्रपति का चुनाव लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों से मिलकर बने एक निर्वाचक मंडल द्वारा किया जाता है। संसद में स्पष्ट संख्याबल के साथ, एनडीए के पास अपने चुने हुए उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने की पर्याप्त ताकत है। उपराष्ट्रपति भारत के राज्यसभा के पदेन सभापति के रूप में भी कार्य करते हैं, जिससे यह पद राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है।
कौन-कौन नाम रेस में है आगे?
एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद की रेस में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत का नाम सबसे आगे चल रहा है। देवव्रत भी धनखड़ की तरह जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। बीजेपी जाट समुदाय को नाराज नहीं करना चाहती है। साथ ही, देवव्रत संघ के करीबी भी माने जाते हैं। वहीं, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत और शेषाद्रि चारी के नाम भी रेस में हैं।
धनखड़ और सरकार के बीच खटपट
सियासी गलियारों में चर्चा है कि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और मोदी सरकार के बीच कई महीनों से खटपट चल रही थी। उपराष्ट्रपति रहते हुए धनखड़ ने कई ऐसे कदम उठाए, जिससे पीएम मोदी सख्त नाराज हुए। इसके बाद उन्हें हटाने की तैयारी की जाने लगी। लिहाजा उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।