1 हवाई हमले का सिग्नल
कैसा होता है: लगातार बढ़ती और घटती आवाज़ वाला साइरन।मतलब: दुश्मन का हवाई हमला संभव है, तुरंत सुरक्षित स्थान (बंकर/शरण स्थल) में जाएं।
2 ब्लैकआउट सिग्नल
कैसा होता है: एलान या रेडियो संदेश के माध्यम से।मतलब: सभी घरों, प्रतिष्ठानों की लाइट बंद कर दें या खिड़कियों को ढक दें ताकि दुश्मन को लक्ष्य न दिखे।
3 ऑल-क्लियर सिग्नल
कैसा होता है: एक स्थिर, लगातार बजने वाली समान स्वर वाली साइरन।मतलब: खतरा टल गया है, लोग अपने सामान्य कार्यों पर लौट सकते हैं।
4 रासायनिक/जैविक हमले का सिग्नल
कैसा होता है: विशेष प्रकार का अलार्म या साइरन (अक्सर अलग टोन में) या रंगीन फ्लेयर।मतलब: रासायनिक या जैविक हमला हुआ है। मास्क पहनें और निर्देशों का पालन करें।
5 परमाणु हमले का सिग्नल
कैसा होता है: तेजी से बार-बार बजती साइरन या रेडियो/टीवी पर विशेष अनाउंसमेंट।मतलब: परमाणु हमला संभावित है, तुरंत भूमिगत शरण में जाएं और सरकारी निर्देश सुनें।
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6 स्थान छोड़ने का सिग्नल
कैसा होता है: एलान के माध्यम से या विशेष साइरन के द्वारा सूचना दी जाती है।मतलब: निर्देशित रास्तों से तत्काल क्षेत्र खाली करें और सुरक्षित स्थान पर जाएं।
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अन्य माध्यम भी इस्तेमाल किए जाते हैं:
—रेडियो-टीवी पर विशेष सरकारी घोषणा।—मोबाइल अलर्ट (एसएमएस, एप्स के जरिए)।
—लाउडस्पीकर से घोषणाएं।
—झंडे या रंगीन लाइट्स के संकेत (विशेष स्थानों पर)।