क्या है पूरा मामला?
पुलिस के अनुसार, यह घटना हुबली के पुराने शहर क्षेत्र में हुई। मृतक, 14 वर्षीय चेतन रक्कासगी जो स्थानीय स्कूल में 8वीं कक्षा का छात्र था, अपने दोस्तों के साथ बाजार में घूम रहा था। इसी दौरान उसका एक अन्य किशोर के साथ 5 रुपये को लेकर विवाद हो गया। बताया जाता है कि रमेश ने उधार के 5 रुपये लौटाने से इनकार कर दिया, जिसके बाद बात इतनी बढ़ गई कि आरोपी ने गुस्से में चाकू निकाल लिया और रमेश पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। पुलिस की हिरासत में आरोपी
रमेश को तुरंत नजदीकी
अस्पताल ले जाया गया, लेकिन गहरे घावों और अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसकी मौत हो गई। घटना के समय मौजूद रमेश के दोस्त ने पुलिस को बताया कि हमलावर ने पहले
धमकी दी और फिर अचानक हमला कर दिया। पुलिस ने आरोपी, जो एक नाबालिग है, को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ शुरू कर दी है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच
हुबली-धारवाड़ पुलिस आयुक्त के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हत्या का कारण बेहद तुच्छ था। आरोपी और मृतक के बीच पहले से कोई पुरानी रंजिश नहीं थी, लेकिन 5 रुपये को लेकर हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि उसने हिंसक रूप ले लिया। पुलिस ने घटनास्थल से चाकू बरामद कर लिया है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है।
इलाके में दहशत का माहौल
रमेश के परिवार का इस घटना के बाद रो-रोकर बुरा हाल है। उनके पिता, जो एक दिहाड़ी मजदूर हैं, ने बताया, “मेरा बेटा बहुत होनहार था। वह स्कूल से घर लौट रहा था, लेकिन किसे पता था कि इतनी छोटी सी बात उसकी जान ले लेगी।” इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा और डर का माहौल है। कई अभिभावकों ने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है।
समाज के लिए चेतावनी
यह घटना समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है। विशेषज्ञों का कहना है कि किशोरों में बढ़ती हिंसक प्रवृत्ति को रोकने के लिए स्कूलों में नैतिक शिक्षा और गुस्सा प्रबंधन पर जोर देना होगा। साथ ही, माता-पिता को भी अपने बच्चों के व्यवहार पर नजर रखने की जरूरत है।
न्याय अधिनियम के तहत होगी कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में किशोर न्याय अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है और इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है। इस बीच, रमेश के परिवार और दोस्तों के लिए यह दुख असहनीय है, और समाज इस सवाल से जूझ रहा है कि आखिर 5 रुपये की कीमत एक मासूम जिंदगी से ज्यादा कैसे हो सकती है।