दिल्ली विधानसभा में फांसीघर नहीं
विजेंद्र गुप्ता ने आगे कहा कि नेशनल आर्काइव से जब दिल्ली विधानसभा के बिल्डिंग का ऐतिहासिक नक्शा देखा तब पता चला कि जिसे फांसीघर बताकर आम आदमीं पार्टी के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने उसका उद्घाटन करवा दिया था वो फांसीघर नहीं था बल्कि टिफिन रूम की लिफ्ट थी।
BJP ने की प्लाक हटाने की मांग
परिसर में फांसीघर की पट्टिका लगाने के गलत फैसले के बारे में भाजपा के मुख्य सचेतक अभय वर्मा द्वारा उठाए गए मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए, अध्यक्ष ने एक बयान जारी कर इस संदेह को दूर किया कि शहर के सबसे पुराने लोकतंत्र के केंद्र में औपनिवेशिक शासन के दौरान फांसीघर था। बाद में भाजपा सदस्य अजय महावर ने पट्टिका हटाने की मांग की।
दिल्ली विधानसभा की गरिमा पर सवाल
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि जहां विचार-विमर्श होता है, वहां संसद है; जहां विधानसभा है- उसी परिसर में फांसीघर कैसे हो सकता है? यह एक स्वाभाविक प्रश्न है। उन्होंने कहा कि जिस स्थान को अब फांसीघर के रूप में प्रचारित किया जा रहा है, वह कोई मामूली बात नहीं है- यह इस पूरे संस्थान की गरिमा से जुड़ा है।