तस्वीर पर अब ढेर सारे पॉलिटिकल रिएक्शन आ रहे हैं। मजाकिया अंदाज में यूजर्स यह कह रहे हैं कि नीतीश कुमार ने अमित शाह को यह साफ संदेश दे दिया है कि कुर्सी से कोई समझौता नहीं होगा।
कहां की है यह तस्वीर?
दरअसल, यह तस्वीर बिहार के सीतामढ़ी जिले की है। जहां पुनौरा धाम में मां जानकी मंदिर के पुनर्विकास परियोजना की आधारशिला रखने के लिए देश के गृह मंत्री अमित शाह पहुंचे थे। उनके साथ, इस कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार भी मौजूद थे। इन दोनों के लिए अलावा भाजपा के तमाम बड़े नेता और केंद्रीय मंत्री भी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में मंच पर पूजा के दौरान अमित शाह ने सीएम नीतीश का हाथ पकड़कर आसान पर बैठाने की कोशिश की, लेकिन मुख्यमंत्री ने अपना हाथ पीछे कर लिया और तुरंत बगल में कुर्सी पर बैठ गए। अब इस दृश्य पर बिहार में तमाम तरह के सियासी कयास लगाए जा रहे हैं।
क्या कह रहे यूजर्स
फोटो पर एक यूजर ने कहा कि जबतक चाचा जिंदा हैं किसी संघी को बिहार में राज नहीं करने देंगे। वहीं, एक उपेंद्र कुमार नाम के यूजर ने कहा कि चाचा को कुर्सी का मोह नहीं छूट रहा है। वहीं, एक प्रभात महतो नाम के यूजर ने कहा कि बड़का सीट ले लिए हैं अब 100 विधायक जीत रहा है उनका बिहार में। शाशि पटेल ने कहा कि चाचा का हर कदम घटक दल और विपक्ष के लिए एक मेसेज होता है।
11 महीने में मंदिर तैयार करने का टारगेट
बता दें कि सीतामढ़ी के पुनौरा धाम में माता सीता के भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हुआ है। इसे बनाने में 883 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस धाम को अयोध्या की तर्ज पर विकसित करने की तैयारी है, ताकि देश-विदेश के पर्यटकों के लिए भी यह प्रमुख धार्मिक केंद्र बन सके। सरकार का कहना है कि आज हर बिहारी का सपना पूरा होने जा रहा है। इसका निर्माण कार्य आगामी 11 महीनों में पूरा होने की संभावना जताई जा रही है। इसे बिहार में आगामी कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।