फैक्ट्री की उड़ी छत
जानकारी के मुताबिक, ब्लास्ट काफी भंयकर था और इसके चलते फैक्ट्री की छत का एक हिस्सा उड़ गया और उसमें लगे शीशे भी टूट गए। इस विस्फोट का मलबा दुर्घटना क्षेत्र से एक किलोमीटर दूर तक फैला पाया गया। दमकल की गाड़ी और एम्बूलेंस मौके पर पहुंची और राहत कार्य में जुट गई। मोहाली की एसडीएम दमनप्रीत कौर, डिप्टी मेयर कुलजीत बेदी और एसएसपी हरमनदीप सिंह हंस भी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिती का जायजा लिया।
दो मजदूरों के उड़े चिथड़े
दुर्घटना के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। जानकारी के मुताबिक, ऑक्सीजन सिलेंडरों को गाड़ी में लोड किया जा रहा था उस दौरान यह हादसा हुआ। डीएसपी हरसिमरन बल ने घटना में दो मजदूरों के मरने की पुष्टि की है। मृतकों की पहचान आसिफ खान और देवेंद्र कुमार के रूप में की गई है। यह दोनों ही कंबाला के रहने वाले थे और इनकी उम्र 24 से 26 साल के बीच थी। हादसा इतना भीषण था कि मारे गए दोनों मजदूरों के चिथड़े उड़ गए। इसके अलावा तीन मजदूरों की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है। घायलों को तुरंत उपचार के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया।
परिवार को नहीं दी जा रही जानकारी
दुर्घटना स्थल के आस पास फैक्ट्री के कर्मचारियों के परिजनों का जमावड़ा लग गया है। उनका कहना है कि उन्हें अपने परिजनों की कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। चिंता से परेशान लोगों ने फैक्ट्री के अंदर और बाहर हंगामा शुरु कर दिया है। परिजनों ने रोष में आकर एंबुलेंस का रास्ता रोकना शुरु कर दिया और वह सड़को पर लेट गए। दुर्घटना स्थल की परिस्थिती देख परिजनों की हालत बिगड़ने लगी है, यहां तक की एक महिला तो बेहोश तक हो गई। मौके पर मौजूद पुलिस परिजनों से बातचीत कर उन्हें समझाने में लगी है।
फैक्ट्री में कराया जा रहा था ओवरटाइम
जानकारी के मुताबिक, हाईटेक इंडस्ट्री के नास से चल रही एक पूरानी फैक्ट्री में यह हादसा हुआ है। औद्योगिक क्षेत्र, फेज 9 स्थित यह फैक्ट्री पिछले करीब 30 सालों से चल रही है। फैक्ट्री में ब्लास्ट होने पर मजदूरों के परिजन दुर्घटना स्थल पर पहुंच गए। परिजनों का कहना है कि ड्यूटी टाइम सिर्फ छह बजे तक का होता है लेकिन यह लोग ओवरटाइम लगा रहे थे। घटना की जानकारी सामने आने के बाद फैक्ट्री के बाहर भारी संख्या में भीड़ जमा हो गई। फैक्ट्री मालिक ने बताया कि, फैक्ट्री में मौजूद सभी सिलेंडरों को चेक किया जा रहा है, लेकिन किसी में कोई रिसाव नहीं है।