7 साल के बेटे ने निभाया वीरता का फर्ज
शहीद दिनेश कुमार के 7 वर्षीय बेटे दर्शन ने छोटी सी उम्र में अपने पिता को मुखाग्नि देकर वीरता और साहस की मिसाल पेश की। यह मार्मिक दृश्य देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं। दिनेश की 8 साल की बेटी काव्या और गर्भवती पत्नी सीमा भी इस दौरान गम में डूबी रहीं। सीमा, जो पेशे से वकील हैं, ने बताया कि दिनेश से उनकी आखिरी बातचीत 7 मई की सुबह 9 बजे हुई थी, जब उन्होंने जल्द घर लौटने का वादा किया था।
ऑपरेशन सिंदूर और शहादत
भारत द्वारा 7 मई 2025 को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी सेना ने पुंछ में भारी गोलीबारी शुरू की। इस दौरान 5वीं फील्ड रेजिमेंट में तैनात लांस नायक दिनेश कुमार चार अन्य जवानों के साथ मोर्चे पर डटे रहे। गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल होने के बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। भारतीय सेना ने उनके बलिदान को सलाम करते हुए कहा, “COAS जनरल उपेंद्र द्विवेदी और भारतीय सेना के सभी रैंक लांस नायक दिनेश कुमार के सर्वोच्च बलिदान को नमन करते हैं।”
परिवार में देशभक्ति की मिसाल
दिनेश 2014 में तोपखाना रेजिमेंट में लांस नायक के पद पर भर्ती हुए थे और हाल ही में प्रमोशन पाकर अपने कर्तव्य को और निष्ठा से निभा रहे थे। उनके पिता दयाचंद शर्मा ने गर्व के साथ कहा, “मेरा बेटा शहीद हुआ, मुझे गर्व है। मेरे दो अन्य बेटे, कपिल और हरदत्त, भी सेना में हैं और देश की सेवा के लिए तैयार हैं।” दिनेश के दो चचेरे भाई भी सेना में सेवारत हैं, जो उनके परिवार की देशभक्ति की गाथा को और मजबूत करते हैं।
गांव में शोक की लहर, नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
दिनेश की शहादत की खबर से उनके पैतृक गांव गुलाबद और मोहम्मदपुर में शोक की लहर दौड़ गई। उनके पार्थिव शरीर को जब गांव लाया गया, तो ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी, केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर और झारखंड की मंत्री दीपिका पांडेय सिंह सहित कई नेताओं ने शहीद को श्रद्धांजलि दी। पलवल के डीसी हरीश कुमार वशिष्ठ ने उनकी शहादत की पुष्टि करते हुए कहा कि अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया।
पाकिस्तान की कायराना हरकत की निंदा
पाकिस्तानी गोलीबारी में न केवल दिनेश शहीद हुए, बल्कि 12 आम नागरिकों की भी जान गई। अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने पुंछ में गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह साहिब पर हुए हमले की निंदा की, जिसमें तीन लोग मारे गए। भारतीय सेना ने स्पष्ट किया कि वह पुंछ सेक्टर में नागरिकों पर हो रहे हमलों के खिलाफ एकजुटता के साथ खड़ी है।