18 मई से लापता था सद्दाम
सद्दाम नदाफ, मालदा के इंग्लिशबाजार का निवासी था और वह मजदूरों को दूसरे राज्यों में भेजने का कार्य करता था। 18 मई की रात वह अपने ऑफिस से निकला, लेकिन वापस नहीं लौटा। कई दिन तक कोई सुराग न मिलने के बाद उसकी पत्नी नसरीन खातून ने 23 मई को पुखुरिया थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और सद्दाम के रिश्तेदार रहमान नदाफ और मौमिता हसन पर अपहरण का संदेह जताया। अवैध संबंध और लेन-देन बना हत्या की वजह
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि मौमिता और सद्दाम के बीच न केवल व्यापारिक साझेदारी थी, बल्कि दोनों के बीच अवैध संबंध भी थे। लगातार पूछताछ में आखिरकार मौमिता ने हत्या की बात स्वीकार की और बताया कि उसने अपने मायके स्थित घर में सद्दाम की हत्या कर शव को दीवार में प्लास्टर कर छिपा दिया। पुलिस अधीक्षक प्रदीप यादव के अनुसार, हत्या के पीछे प्रेम-प्रसंग, आर्थिक लेन-देन और ब्लैकमेलिंग जैसे कई कारण सामने आ रहे हैं।
दीवार तोड़कर निकाला गया शव
सोमवार को पुलिस टीम टपन पहुंची और स्थानीय पुलिस की मदद से न्यायिक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में दीवार को तोड़कर शव को बाहर निकाला गया। शव पूरी तरह सड़ चुका था और उसे प्लास्टर कर छिपाया गया था। मौमिता ने मीडिया के सामने स्वीकार किया कि सद्दाम उसे ब्लैकमेल कर रहा था, मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था और उसके पति को जान से मारने की धमकी दे रहा था।
मृतक की पत्नी ने लगाए ये आरोप
इस घटना पर मृतक की पत्नी नसरीन ने कहा कि हत्या में मौमिता अकेली नहीं है, इसमें और लोग भी शामिल हैं। उन्होंने सभी दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। पुलिस ने मौमिता और उसके पति रहमान को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है और अन्य संभावित आरोपियों की तलाश जारी है। मामला अब प्रेम, धोखा, आर्थिक लालच और हत्या के एक जटिल जाल में उलझता दिखाई दे रहा है।