भारत की ‘वॉटर स्ट्राइक’ का असर
जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं के कारण चिनाब नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है, जिसके चलते बगलिहार डैम के दो और सलाल डैम के तीन गेट खोल दिए गए । इससे बड़ी मात्रा में पानी पाकिस्तान की ओर बह रहा है। जलप्रवाह की तेजी की वजह से पाकिस्तान में बाढ़ आने का अंदेशा जताया जा रहा है।
रियासी सलाल बांध के 3 गेट भी खुले हुए दिखाई दे रहे
हालात ये हैं कि इस नदी पर बने रियासी सलाल बांध के 3 गेट भी खुले हुए दिखाई दे रहे हैं। डैम के गेट से तेजी से पानी बाहर बह रहा है। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर केरामबन सहित कई हिस्सों में भारी बारिश हुई है। भारत का कहना है कि रामबन में बादल फटने और लैंडस्लाइड की भी घटनाएं होने से डैम का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा था, इसलिए डैम के गेट खोलने पड़े।
रामबन में भारी बारिश के बाद जनजीवन प्रभावित
रामबन जिले में भारी बारिश के कारण हुए कई भूस्खलन और पहाड़ियों से पत्थर गिरने के बाद गुरुवार की सुबह जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रोक दिया गया. अधिकारियों ने बताया कि अचानक आई बाढ़ ने रामबन बाजार को भी प्रभावित किया, लेकिन किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
पर्यावरणीय आपातकाल या रणनीतिक संदेश ?
भारत के इस कदम को केवल पर्यावरणीय कारणों से नहीं, बल्कि रणनीतिक रूप से देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह भारत की ओर से पाकिस्तान को एक स्पष्ट चेतावनी है कि आतंक और सीमा पार हमलों का जवाब अब केवल सैन्य ही नहीं, जल-नीति से भी दिया जाएगा।