मुक्त व्यापार समझौता का अरबी में हो रहा अनुवाद
विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि समझौते के दस्तावेज का अरबी में अनुवाद हो रहा है। इसके बाद दोनों देशों के मंत्रिमंडल एक साथ इसकी मंजूरी देंगे। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने सैद्धांतिक तौर से समझौते का एलान और उस पर दस्तखत साथ मिलकर करने का फैसला लिया है। उन्होंने बताया कि दो-तीन महीने से भी कम वक्त में यह सब हो जाएगा।
भारत-ओमान के बीच 10 अरब डॉलर का आयात
उन्होंने कहा कि इस समझौते को आधिकारिक तौर पर व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता कहा जाता है। इस पर भारत और ओमान के बीच बातचीत नवंबर 2023 में शुरू हुई थी। उन्होंने बताया कि CPA के तहत दोनों देश एक दूसरे के सामानों पर कस्टम शुल्क घटाएंगे या समाप्त करेंगे। द्विपक्षीय व्यापार के नियम आसान बनाएंगे और निवेश को बढ़ावा देंगे। खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) देशों में ओमान, भारत के लिए तीसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है। भारत ने जीसीसी के एक अन्य सदस्य, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के साथ भी ऐसा ही एक समझौता किया है, जो मई 2022 से लागू है। जानकारी के अनुसार, भारत और ओमान के बीच द्विपक्षीय व्यापार 10 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक रहा है। इसमें 4.06 अरब डॉलर का निर्यात और 6.55 अरब डॉलर का आयात शामिल है। भारत ओमान से पेट्रोलियम उत्पाद और यूरिया खरीदता है। यह कुल आयात का 70 फीसदी है।