10 लाख रुपए की दी गई थी सुपारी
पुलिस की पूछताछ में उमेश ने कहा कि गोपाल खेमका को मारने के लिए 10 लाख रुपए सुपारी दी गई थी। हत्या के एवज में 1 रुपए दिए गए। उमेश ने कहा कि वह दिल्ली में विजय के नाम से रहता था। जिस दिन अजय वर्मा की गिरफ्तारी हुई, वह उसी दिन दिल्ली से लौटा था। अजय की गिरफ्तारी होने से पहले वह उससे मिला भी था। पुलिस ने उमेश के पास से वारदात में इस्तेमाल हुए हथियार को भी बरामद किया है। बताया जाता है कि जब SIT की टीम उमेश को गिरफ्तार करने पहुंची थी, तब वह बच्चे को स्कूल से लाने जा रहा था। इसी दौरान पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। पुलिस ने उसके घर से पिस्टल, 80 कारतूस, दो मोबाइल और एक लाख कैश बरामद किया गया है। कहां तक पहुंची जांच SIT ने इस मामले में जेल में बंद कुख्यात नियाज से भी पूछताछ की है। उमेश और नियाज के गहरे संबंध हैं। वहीं, पुलिस उमेश के अजय से मिलने के कारणों का भी पता लगा रही है। जांच में पता चला है कि आरोपी ने घटना से एक दिन पहले बाइक नंबर प्लेट भी हटा दी थी। CCTV के फुटेज में आरोपी की पहचान हुई। बताया जाता है कि आरोपी उमेश एक MLC का भी करीबी है। कहा जा रहा है कि पुलिस जल्द ही इस मामले का खुलासा करने जा रही है।
4 जुलाई को हुई थी हत्या
गोपाल खेमका शुक्रवार देर रात बांकीपुर क्लब से घर लौट रहे थे। वह जैसे ही अपने अपार्टमेंट के पास पहुंचे, घात लगाए अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी और बाइक से फरार हो गए। गोलियों की आवाज सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। परिजन गोपाल खेमका को लेकर अस्पताल पहुंचे, लेकिन इलाज के दौरान उद्योगपति की मौत हो गई।
तेजस्वी आवास के सामने भी चली थी गोली
कुछ ही दिन पहले राजधानी पटना के पॉश इलाके पोलो रोड में फायरिंग की घटना हुई है। बिहार सरकार में मंत्री व जदयू नेता अशोक चौधरी और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व राजद नेता तेजस्वी यादव के घर के पास राहुल नाम के युवक पर फायरिंग हुई। इस गोलीबारी में राहुल बाल-बाल बच गया। जिस पर जमकर सियासी बवाल मचा था।