‘दिल्ली विकास क्रांति की साक्षी बन रही’
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अगस्त का महीना आजादी और क्रांति के रंग में रंगा होता है। आजादी के महोत्सव के बीच दिल्ली देश में हो रही विकास क्रांति की साक्षी बन रही है। दिल्ली को द्वारका एक्सप्रेसवे और यूईआर-2 की कनेक्टिविटी मिली है। इससे दिल्ली-गुरुग्राम समेत पूरे एनसीआर के लोगों की सुविधा बढ़ेगी। सभी का समय बचेगा।
‘पूरा माहौल कृष्णमय हो गया’
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि एक्सप्रेस वे का नाम द्वारका, जहां ये कार्यक्रम हो रहा है उस स्थान का नाम रोहिणी, जन्माष्टमी का उल्लास और संयोग से मैं भी द्वारकाधीश की भूमि से हूं। पूरा माहौल कृष्णमय हो गया है।
‘दिल्ली को बेहतरीन शहर बनाना है’
पीएम मोदी ने कहा पिछले 11 साल से बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण पहल की हैं। दिल्ली-NCR क्षेत्र में कनेक्टिविटी बढ़ाने में आधुनिक और विशाल एक्सप्रेसवे फैले हुए हैं। दिल्ली-NCR मेट्रो नेटवर्क दुनिया के सबसे बड़े और सबसे उन्नत नेटवर्कों में से एक है। यहां नमो भारत जैसा आधुनिक रैपिड रेल है। दिल्ली को बेहतरीन शहर बनाने का जो बीड़ा हमने उठाया है, वो निरंतर जारी है। आज भी हम सभी इसके साक्षी बने हैं।
दिल्ली को मिलेगी मदद-पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- द्वारका एक्सप्रेस वे हो या फिर अर्बन एक्सटेंशन रोड, ये दोनों सड़कें शानदार बनी हैं। पेरिफेरल एक्सप्रेस वे के बाद अब अर्बन एक्सटेंशन रोड से दिल्ली को बहुत मदद मिलने वाली है।
‘सड़क बनाने में किया कचरे का इस्तेमाल’
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अर्बन एक्सटेंशन रोड की एक और विशेषता है। ये दिल्ली को कूड़े के पहाड़ों से मुक्त करने में मदद कर रही है। अर्बन एक्सटेंशन रोड को बनाने में लाखों टन कचरा काम में लाया गया है, यानी कूड़े के पहाड़ को कम करके कचरे का इस्तेमाल सड़क बनाने में किया गया है।
‘रेखा गुप्ता की तारीफ’
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता की तारीफ की। पीएम ने कहा- मुझे खुशी है कि रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली की भाजपा सरकार यमुना की सफाई में भी लगातार जुटी हुई है। मुझे बताया गया है कि यमुना से इतने समय में 16 लाख मीट्रिक टन शिल्ट हटाई जा चुकी है। इतना ही नहीं, बहुत कम समय में ही दिल्ली में 650 DEVI इलेक्ट्रिक बसें शुरू की गई हैं। भविष्य में ये इलेक्ट्रिक बसें करीब 2 हजार का आंकड़ा पार कर जाएंगी। ये ग्रीन दिल्ली- क्लीन दिल्ली के मंत्र को और मजबूत करता है।