महाराष्ट्र में चिंता की स्थिति
महाराष्ट्र में स्थिति चिंता का विषय बनी हुई है। राज्य में अब तक इस वर्ष 873 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से 800 से ज्यादा अब भी सक्रिय मरीज हैं। केवल मुंबई में ही 20 नए मामले दर्ज किए गए हैं। पश्चिम बंगाल में बीते 24 घंटों में 44 नए केस सामने आए, और राज्य में अब 331 एक्टिव केस हैं। कर्नाटक में भी हालात बिगड़ते दिख रहे हैं, जहां 87 नए मामलों के साथ सक्रिय मरीजों की संख्या 311 हो गई है। 24 घंटे में 5 लोगों की मौत
बीते दिन जिन मरीजों की मौत हुई, उनमें केरल के 80 वर्षीय बुजुर्ग शामिल हैं जिन्हें निमोनिया, डायबिटीज, हाइपरटेंशन और हृदय संबंधी बीमारी थी। महाराष्ट्र में 70 और 73 साल की दो महिलाओं की जान गई, दोनों मधुमेह और उच्च रक्तचाप से पीड़ित थीं। तमिलनाडु में 69 वर्षीय महिला की मृत्यु हुई, जिन्हें टाइप-2 डायबिटीज और पार्किंसन रोग था। पश्चिम बंगाल में 43 वर्षीय महिला की मौत हुई, जिन्हें एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम, सेप्टिक शॉक और किडनी फेल्योर की समस्या थी। इससे पहले दिल्ली में भी एक 60 वर्षीय महिला की मौत हो चुकी है, जो आंतों की बीमारी से पीड़ित थीं और बाद में कोविड से संक्रमित हो गई थीं।
सब-वेरिएंट NB.1.8.1 के लक्षण
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार, वर्तमान में फैला संक्रमण ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट NB.1.8.1 के कारण हो रहा है। यह तेजी से फैलता है, लेकिन गंभीरता कम है। इसके लक्षणों में बुखार, खांसी, गले में खराश, थकान, सिरदर्द, बदन दर्द, नाक बहना और भूख न लगना शामिल हैं, जो सामान्य मौसमी फ्लू जैसे ही हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सावधानी बरतने की अपील की है।