तो इसलिए दिल्ली गए थे सिद्धारमैया
दरअसल, भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक दिन पहले कहा था कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सिद्धारमैया से नहीं मिलकर उनका ‘अपमान’ किया है। इस आरोप को सिद्धारमैया ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है। सिद्धारमैया ने कहा कि दिल्ली आने का उनका मुख्य उद्देश्य रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ मैसूर के दशहरा एयर शो पर चर्चा करना था। राहुल गांधी को कर्नाटक के लोगों से बहुत लगाव है।
उन्होंने आगे कहा कि उन्हें हमेशा याद रहता है कि कैसे पूर्व पीएम इंदिरा गांधी और सोनिया गांधी कर्नाटक से चुनी गई थीं और कैसे राज्य हर मुश्किल मोड़ पर कांग्रेस के साथ खड़ा रहा है।
भाजपा पर कर्नाटक सीएम ने लगाया गंभीर आरोप
सिद्धारमैया ने कहा कि राहुल गांधी समेत गांधी परिवार कर्नाटक के लोगों द्वारा दिए गए प्यार का ऋणी है और हमारे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एक गौरवान्वित कन्नड हैं। इसके साथ मुख्यमंत्री ने भाजपा पर सेंट्रल फंड देने से इनकार करके कन्नड लोगों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ राहुल गांधी कर्नाटक में सकारात्मक और परिवर्तनकारी बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा ने कन्नड लोगों को फंड देने से इनकार करके उनके साथ विश्वासघात किया है जिसके हम हकदार हैं।
सिद्धारमैया ने पीएम मोदी का लिया नाम
सीएम ने कहा कि जब कर्नाटक में विनाशकारी बाढ़ आई थी, तब भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक शब्द भी नहीं कहा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कर्नाटक के भाजपा सांसदों में कन्नड लोगों के अधिकारों के लिए प्रधानमंत्री मोदी के सामने खड़े होने की हिम्मत नहीं है। अमित मालवीय ने एक दिन पहले अपने पोस्ट में कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का दिल्ली में अपमान हुआ! वह राजधानी तक आए, लेकिन राहुल गांधी ने उन्हें मिलने का समय नहीं दिया और अब बिना मिले ही लौट आए हैं।
उन्होंने आगे लिखा कि यह पहली बार नहीं है जब गांधी परिवार के किसी सदस्य ने कर्नाटक के किसी वरिष्ठ नेता का अपमान किया हो। इतिहास याद करता है कि कैसे राजीव गांधी ने बीमार वीरेंद्र पाटिल को बेवजह बर्खास्त कर दिया था, जिससे राज्य में कांग्रेस का पतन हुआ।
अब, सिद्धारमैया को उसी व्यक्ति के पीछे छिपना पड़ रहा है जो उनके खिलाफ साजिश रच रहा है। डीके शिवकुमार, जो उनकी कुर्सी संभालने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। कांग्रेस और खासकर गांधी परिवार, हमेशा से कन्नड लोगों के साथ तिरस्कारपूर्ण व्यवहार करता रहा है। यह तो बस ताजा उदाहरण है।