413 तीर्थयात्रियों को रेस्क्यू किया
पानी के तेज बहाव के चलते कैलाश यात्रा रूट मे पड़ने वाले तांगलिपी और कांगरंग नालों के पुल बह गए है। बचाव कार्य में लगी टीमों ने जिपलाइन की मदद से 413 तीर्थयात्रियों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। अन्य यात्रियों को बचाने के के लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जा रहे है। जानकारी के अनुसार, किन्नौर के रिब्बा गांव के पास रालडांग खड्ड में भी बादल फटा है। इसके चलते नेशनल हाईवे-5 पूरी तरह से जाम हो गया। बड़े बड़े पत्थर और कीचड़ हाइवे पर बह के आ गया जिसके चलते हाइवे को बंद करना पड़ा। हालांकि अभी तक घटना में किसी के हताहत होने की कोई खबर सामने नहीं आई है।
राज्य की 500 से ज्यादा सड़कें बंद
राज्य में लगातार हो रही बारिश और बादल फटने से हो रही बाढ़ की घटनाओं के चलते तबाही मची हुई है। पहाड़ों के हिस्से टूट टूट कर रास्तों पर जमा हो रहे है जिसके चलते कई दुर्घटना हो चुकी है। राज्य की 500 से ज्यादा सड़कें इसके चलते बंद हो गई है। प्रशासन और सुरक्षा बलों की टीमें लगातार लोगों की सुरक्षा के लिए इंतजाम कर रही है। दुर्घटना वाले क्षेत्रों में तुरंत सहायता पहुंचाई जा रही है और बचाव कार्य चलाए जा रहे है। बचाव दलों की ही बदौलत भारी संख्या में लोगों को ऐसे स्थानों से सुरक्षित निकाला जा रहा है।
उत्तरकाशी की बाढ़ में मरे 4 लोग
इससे पहले मंगलवार को उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में बादल फटा था। इस घटना में 4 लोगों के मरने की पुष्टि की गई थी, जबकि सेना के 11 जवानों समेत 50 से अधिक लोग अभी भी लापता है। राज्य की धामी सरकार इस घटना के बाद तुरंत एक्शन मोड में आई थी और उन्होंने युद्ध स्तर पर बचाव कार्य करने के आदेश दिए थे। देश के प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने भी घटना के तुरंत बाद राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की थी और हर संभव मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया था।