जंगलराज का पहला नियम कानून की धज्जियां उड़ाना
गौरव भाटिया ने कहा कि जंगलराज का पहला नियम है कि यहां संविधान और कानून की धज्जियां उड़ा दी जाती है। तेजस्वी वह काम विपक्ष में रहकर कर रहे हैं। आज तेजस्वी, लालू और उनकी पार्टी राजद के मन में क्या है, यह स्पष्ट हो गया है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव एक बात जान लीजिए, बिहार और भारत की जनता यह सुनिश्चित करेगी कि जो बाबा साहब का संविधान और हमारे संसद के पारित कानून को कूड़ेदान में डालने की बात कर रहे हैं, उनकी सांप्रदायिक राजनीति को कूड़ेदान में डाल दिया जाए।
समाजवाद या नमाजवाद?
बीजेपी (BJP) लगातार तेजस्वी यादव पर हमलावर है। वह तेजस्वी पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगा रही है। बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि अभी हाल ही में हमने इमरजेंसी के 50 साल पूरे किए, लेकिन बड़े दुख की बात है कि पटना के उसी गांधी मैदान से संविधान की रक्षा की आवाज उठी थी, वहां राजद नेता तेजस्वी यादव ने संसद से पारित वक्फ कानून को कूड़े में फेंकने की बात कही है। वक्फ कानून का मामला अभी कोर्ट में लंबित है। वह न तो संसद का सम्मान कर रहे हैं और न ही न्यायपालिका का। सुधांशु ने कहा कि क्या तेजस्वी यादव बिहार में शरिया लाना चाहते हैं? तेजस्वी गरीब मुसलमानों के साथ नहीं, बल्कि उन चंद लोगों के साथ खड़े हैं। जिन्होंने वक्फ की संपत्ति पर कब्जा करके रखा है। यह समाजवाद नहीं बल्कि नमाजवाद है।
पटना की रैली में कहा- वक्फ को कूड़े में फेंक देंगे
दरअसल, बीते रविवार को पटना के गांधी मैदान में वक्फ कानून के खिलाफ बड़ी रैली का आयोजन किया गया। इस रैली को राजद नेता तेजस्वी यादव ने संबोधित किया। रैली में कहा कि हमारी सरकार आने पर वक्फ कानून को कूड़े में फेंक दिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि स्वतंत्रता की लड़ाई में हिंदू-मुस्लिम शामिल थे। सबसे जुड़ी बात कि आपकी जमीन को छीना जा रहा है। बीजेपी सत्ता से जाने वाली है। गरीब, पिछड़ा, दलित समाज के वोट का अधिकार भी छीनने जा रही है। यह देश किसी के बाप का नहीं है। दरअसल, राजद नेता तेजस्वी यह बात बखूबी जानते हैं कि बिहार में मुस्लिम आबादी 15 फीसदी है। मुस्लिम आबादी बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए उन्हें एकमुश्त वोट करेगी। अपने माय समीकरण को साधने में तेजस्वी कहीं कोई कोर कसर बाकी नहीं रख रहे हैं।
ओवैसी की पार्टी बनाएगी थर्ड फ्रंट
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के विधायक व प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने कहा कि उनकी पार्टी बिहार में सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए महागठबंधन में शामिल होना चाहती थी, लेकिन राजद की तरफ से कोई बयान नहीं आया। अब वह तीसरे मोर्चे की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। बता दें कि साल 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में AIMIM को पांच सीटों पर कामयाबी मिली थी। पार्टी ने सीमांचल इलाके में राजद को काफी नुकसान पहुंचाया था। बीजेपी की पसमांदा चाल
बीजेपी ने भी पसमांदा चाल चल कर पिछड़े मुस्लिमों को अपने तरफ करने की कोशिश शुरू कर दी है। पसमांदा मिलन समारोह को संबोधित करते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि बिहार में मुस्लिमों पर खूब राजनीति हुई, लेकिन हाशिये पर मौजूद पसमांदा मुस्लिमों के बारे में किसी ने नहीं सोचा। वोट बैंक की साजिश करने वालों ने पसमांदा मुस्लमानों का जीवन मुश्किल कर दिया। बीजेपी पसमांदा को उनका वाजिब हक दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।