22 सिंगल-सीटर जेट हैं शामिल
गौतलब है कि राफेल-एम जेट में 22 सिंगल-सीटर जेट शामिल हैं जो विमानवाहक पोतों से संचालित हो सकते हैं और चार ट्विन-सीटर ट्रेनर जेट हैं, जो वाहक-संगत नहीं हैं।
रक्षा मंत्री होंगे शामिल
फ्रांस के रक्षा मंत्री भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बातचीत में शामिल होंगे। वह रिमोट से हस्ताक्षर भी करेंगे। हालांकि पहले फ्रांस के रक्षा मंत्री भारत आने वाले थे, लेकिन उनकी तबीयत खराब होने की वजह से दौरा रद्द हो गया। इस हस्ताक्षर समारोह में भारतीय रक्षा सचिव राजेश कुमार और फ्रांसीसी राजदूत थिएरी मथौ भी मौजूद रहेंगे। अरब सागर में किया मिसाइल परीक्षण
बता दें कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया था। इसके बाद नौसेना ने दुश्मनों को कड़ा संदेश देते हुए एक
महत्वपूर्ण मिसाइल परीक्षण भी किया था। यह मिसाइल परीक्षण नौसेना ने अपने डिस्ट्रॉयर शिप आईएनएस सूरत से अरब सागर में किया था। नौसेना ने मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल दागी थी।
राफेल-एम, जो वायुसेना के राफेल से अधिक उन्नत और समुद्री संचालन के लिए अनुकूलित है, अपने शक्तिशाली इंजन और कैटोबार/स्की-जंप टेकऑफ क्षमताओं के साथ दुश्मनों के लिए चुनौती बनेगा। डील को रक्षा खरीद परिषद ने पहले ही मंजूरी दे दी है, और यह भारत-फ्रांस रक्षा सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।
भारतीय विमान वाहक पोतों पर किया जाएगा तैनात
भारत की जरूरत के हिसाब से राफेल एम विमानों को बनाया जाएगा और इन्हें भारतीय विमान वाहक पोतों पर तैनात किया जाएगा। इन पोतों में एविएशन फैसिलिटी कॉम्प्लेक्स लगे हैं।