मुख्य न्यायाधीश बनने के बाद पहली बार अपने गांव पहुंचे गवई ने अपने पिता और पूर्व राज्यपाल आरएस गवई की 10वीं पुण्यतिथि पर उनके स्मारक स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की और परिवार के सदस्यों के साथ आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान गांव में उनके स्वागत के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए। गवई ने अपने बचपन के घर का दौरा कर पुरानी यादों को ताजा किया और गांव की मिट्टी से जुड़े अपने रिश्ते को भावुक होकर साझा किया।
किसी प्रकार का सरकारी पद स्वीकार नहीं करेंगे
सीजेआई गवई ने जून में कहा था कि रिटायरमेंट के तुरंत बाद कोई जज सरकारी पद ले या चुनावी राजनीति में आए, तो यह नैतिक चिंताओं को जन्म देता है। इससे यह संदेश जा सकता है कि न्यायिक निर्णय भविष्य की सरकारी नियुक्तियों या राजनीतिक लाभ के कारण लिए गए थे। इसी सोच के तहत उन्होंने कहा कि वे किसी प्रकार का सरकारी पद स्वीकार नहीं करेंगे।
पिता के नाम पर गेट और न्यायालय भवन का उद्घाटन
दारापुर पहुंचने पर गवई ने अपने पिता आरएस गवई के नाम पर गांव के रास्ते पर बनने वाले भव्य गेट की आधारशिला रखी। इसके बाद वे अमरावती जिले के दरियापुर कस्बे में एक न्यायालय भवन का उद्घाटन और टीआर गिल्डा स्मारक ई-लाइब्रेरी का शुभारंभ करेंगे।
नवंबर में रिटायर होंगे CJI गवई
मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई इस साल नवंबर में रिटायर होंगे। उन्होंने अपने सार्वजनिक ऐलान में कहा कि रिटायरमेंट के बाद उनके पास अधिक समय रहेगा, जिसे वह अपने गांव और लोगों के बीच बिताना चाहेंगे। उनके इस निर्णय को न्यायपालिका में नैतिकता और पारदर्शिता बनाए रखने के कदम के रूप में देखा जा रहा है।