मीडिया समूह एक्सियोस ने अपने सूत्रों के हवाले बताया कि ट्रंप ने जेलेंस्की से बातचीत में कहा कि मुझे लगता है कि युद्धविराम से बेहतर है कि एक त्वरित शांति समझौता हो। रिपोर्टर ने यह भी बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति की जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं के साथ लगभग डेढ़ घंटे तक बातचीत हुई। वहीं, रॉयटर्स ने कहा कि इस बातचीत में यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और नाटो महासचिव मार्क रूटे भी इस बातचीत में शामिल थे। बताया जा रहा है कि ट्रंप ने यूरोपीय नेताओं से 1 घंटे से अधिक बातचीत की।
समिट पर आई वैश्विक प्रतिक्रिया
पुतिन और ट्रंप की बातचीत पर वैश्विक जगत की प्रतिक्रिया आने लगी है। नॉर्वे के विदेश मंत्री एस्पेन बार्थ ईडे ने कहा कि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि ट्रम्प-पुतिन बैठक से कोई प्रगति हुई या नहीं। लिथुआनिया की रक्षामंत्री ने पुतिन और ट्रंप की बातचीत पर कहा कि हमें उम्मीद है कि यूक्रेन और यूरोप वार्ता को बाधित करने की कोशिश नहीं करेंगे।
एक बार फिर छेड़ दी भारत-पाक सैन्य झड़प की राग
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान सैन्य झड़प की राग छेड़ दी। फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि हमारा पहला मकसद लड़ाई को रोकना है। उन्होंने कहा कि 6 बड़े युद्धों को रोकने में उनकी निर्णायक भूमिका रही। भारत-पाक सैन्य झड़प को लेकर कहा, वह दोनों देश एक दूसरे पर बम बरसा रहे थे। हालात परमाणु युद्ध तक पहुंच सकता था। इसे मैंने रोका। उन्होंने कंबोडिया-थाईलैंड सैन्य झड़प और अजरबैजान-अरमेनिया युद्ध खत्म कराने की बात कही।