शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, “मुंबई-गोवा सड़क पर गड्ढे हैं और हादसे हो रहे हैं। कहा जा रहा है कि अगर पंडाल लगाने के लिए सड़क पर गड्ढे किए गए, तो 15 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। लेकिन आज मैं घोषणा करता हूं कि मुंबई-गोवा या मुंबई-कोकण रोड पर जितने भी गड्ढे हैं, उसके लिए जुर्माना लगाया जाना चाहिए। जनता तुम्हारी बाप है, ये पैसा उनका है। जब तक वे सभी गड्ढे नहीं भरते, तब तक गणपति उत्सव के पंडालों के लिए किए गए गड्ढों का जुर्माना हम नहीं भरेंगे।“
गणेशोत्सव को लेकर उन्होंने कहा कि बप्पा सब देख रहे हैं, इसलिए उत्सव उल्लास के साथ लेकिन नियमों की मर्यादा में मनाया जाए। डीजे पर पाबंदी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि नियम का पालन करेंगे, लेकिन त्योहार पर बेवजह पाबंदियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि मुंबई महापालिका (BMC) आगे भी शिवसेना के पास ही रहेगी। मराठी-हिंदी विवाद पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि हिंदी को जबरन थोपने की कोशिश का शिवसेना उबाठा ने विरोध किया और इसके लिए आंदोलन भी किया। बाद में यह निर्णय वापस ले लिया गया और एक समिति गठित की गई। इस समिति के अध्यक्ष नरेंद्र जाधव है, जो अर्थशास्त्री हैं, उनका भाषा से कोई लेना-देना नहीं है।