पुलिस के मुताबिक, आरोपियों में से एक 25 वर्षीय सौरभ तानाजी साठे उसी ज्वेलरी शॉप में पहले काम करता था। छह महीने पहले नौकरी से निकाले जाने और मालिक द्वारा अपमानित किए जाने से वह नाराज था। इसी का बदला लेने के लिए उसने अपने दोस्त मोहन मारुती पवार के साथ मिलकर चोरी की साजिश रची।
7 अगस्त को दोनों मेरठ पहुंचे और रात में दुकान का ताला तोड़कर सोने-चांदी के आभूषण लेकर ट्रेन से मुंबई भाग आए। वारदात के बाद मेरठ पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर मुंबई क्राइम ब्रांच को अलर्ट किया और साठे की तस्वीरें भी भेजीं।
इसके बाद मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने बोरीवली रेलवे स्टेशन पर जाल बिछाया, लेकिन बहुत भीड़ होने की वजह से आरोपी पकड़ में नहीं आया। बाद में मोबाइल लोकेशन के आधार पर 11 अगस्त की सुबह बोरीवली (पश्चिम) से दोनों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उनके पास से 478 ग्राम सोने के आभूषण, जिनकी कीमत लगभग 48 लाख रुपये, 4.5 लाख रुपये की 4 किलो प्योर चांदी, 4.76 लाख रुपये की 8 किलो रॉ चांदी और 20,000 रुपये नकद बरामद किए।
मेरठ पुलिस ने मुंबई पहुंचकर दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। पुलिस के अनुसार, साठे पिछले दो साल से मेरठ की इस ज्वेलरी शॉप में काम कर रहा था। लेकिन छह महीने पहले मालिक ने उसे नौकरी से निकाल दिया और उसका अपमान भी किया। इसके बाद वह अपने ठाणे जिले के दिवा स्थित घर लौट आया और मालिक को सबक सिखाने के मकसद से अपने दोस्त पवार के साथ मिलकर चोरी की योजना बनाई। पुलिस ने बताया कि दोनों के खिलाफ पहले कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।