नासिक स्थित त्र्यंबकेश्वर को बारह ज्योतिर्लिंगों में से दसवें ज्योतिर्लिंग के रूप में जाना जाता है। इसलिए लगातार छुट्टियों के कारण लाखों श्रद्धालु त्र्यंबकेश्वर पहुंचे। जिस वजह से त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में लंबी कतार लग गई।
मिली जानकारी के मुताबिक, शनिवार को भारी भीड़ के चलते मंदिर प्रशासन ने कुछ समय के लिए मुखदर्शन बंद कर दिया था। इससे लंबी कतार में खड़े भक्त नाराज हो गए और सुरक्षारक्षकों से कहासुनी शुरू हो गई। बात इतनी बढ़ी कि इस विवाद ने हाथापाई का रूप ले लिया और सुरक्षा रक्षकों ने एक भक्त की जमकर पिटाई कर दी।
इस बीच, मंदिर संस्थान के ट्रस्टी कैलाश घुले ने घटना के संबंध में सफाई दी है। उन्होंने दावा किया कि कुछ बेहद उत्साही भक्तों ने मंदिर के बैरिकेडिंग तोड़कर उत्तर प्रवेश द्वार से जबरन अंदर घुसने की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा रक्षकों और मंदिर कर्मचारियों पर हमला भी किया। घुले का कहना है कि सुरक्षा रक्षकों ने किसी की पिटाई नहीं की बल्कि स्थिति संभालने की कोशिश में धक्का-मुक्की हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि झड़प के वीडियो सोशल मीडिया पर जानबूझकर फैलाई जा रही हैं, ताकि मंदिर प्रशासन की छवि खराब की जा सके।
फिलहाल इस घटना ने मंदिर प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि मंदिर में दर्शन के लिए दूर-दूर से भक्त आते है, व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए थी, भीड़ से निपटने के सारे इंतजाम होने चाहिए। इस तरह से मारपीट किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जा सकती। इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए।