कल्याण के एसडीओ विश्वास दिगंबर गुर्जर ने बताया कि इमारत की चौथी मंजिल पर फ्लोरिंग का काम चल रहा था। इसी दौरान दोपहर तीन बजे अचानक स्लैब गिर गया, जिससे नीचे की सभी मंजिलों के स्लैब भी एक के बाद एक ढह गए। जिससे कुल 11 लोग मलबे में फंस गए थे। फायर ब्रिगेड और अन्य राहत टीमों ने मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया। इनमें से 5 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है, जबकि 6 लोगों की मौत हो गई है।
एसडीओ ने बताया कि इस इमारत में कुल 52 परिवार रहते थे और इमारत की स्थिति काफी जर्जर हो चुकी थी। उन्होंने आगे कहा, इमारत की हालत को देखते हुए जल्द ही इसे गिरा दिया जाएगा। प्रभावित परिवारों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।
घटनास्थल पर अब भी मलबा हटाने का कार्य जारी है। मृतकों में चार महिलायें और दो वर्षीय एक बच्ची शामिल है। मृतकों की पहचान नमस्वी श्रीकांत शेलार (2), प्रमिला कालचरण साहू (56), सुनीता नीलांचल साहू (38), सुशीला नारायण गुजर (78), वेंकट भीमा चव्हाण (42) और सुजाता मनोज वाडी (38) के रूप में हुई है। इस हादसे में चार व्यक्ति घायल हुए हैं, जिनमें चार साल के दो बच्चे भी शामिल हैं। इन सभी को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
इस दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है। स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से अपील की है कि ऐसी जर्जर इमारतों की समय रहते जांच की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।