26 लाख लाभार्थियों की घर-घर जांच
राज्य सरकार ने लाडकी बहीन योजना (Mukhyamantri Ladki Bahin Yojana) के लगभग 26 लाख संदिग्ध लाभार्थियों की घर-घर जांच के आदेश दिए हैं। इसके तहत छत्रपति संभाजीनगर जिले के 1 लाख 4 हजार आवेदनों का भौतिक सत्यापन आंगनवाड़ी सेविकाओं के माध्यम से किया गया। इनमें से 84,000 आवेदन एक ही परिवार की तीन या अधिक महिलाओं के मिले, जबकि 20 हजार आवेदन 21 वर्ष से कम या 65 वर्ष से अधिक आयु के लाभार्थियों के हैं। इन सभी आवेदकों का लाभ सरकार की ओर से रोक दिया गया है।
किसके आवेदन खारिज?
जानकारी के मुताबिक, लाडकी बहीण योजना के लिए छत्रपति संभाजीनगर जिले में 10,15,834 आवेदन आए थे, जिनमें से 9,24,348 आवेदन मंजूर किए गए। पात्र और अपात्र तय करने के लिए आंगनवाड़ी सेविकाएं आयु सीमा, दस्तावेजों की सत्यता, निवास प्रमाणपत्र, टीसी आदि की जांच करेंगी। अगर एक घर में तीन या उससे अधिक आवेदक हैं, तो केवल दो महिलाओं को पात्र मानकर अन्य को अपात्र घोषित किया जाएगा।
21 करोड़ रुपये डकार गए पुरुष लाभार्थी
महिला एवं बाल विकास विभाग ने संदिग्ध अपात्र आवेदकों की एक सूची तैयार की है और जमीनी स्तर पर जांच शुरू की गई है। गौरतलब है कि इससे पहले की रिपोर्टों में सामने आया था कि लगभग 14,000 पुरुषों ने 10 महीनों में 21 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का भुगतान इस योजना के तहत प्राप्त किया था। जबकि पुरुष इस योजना के लिए पात्र ही नहीं है। वहीँ, एक अन्य जांच में 2,000 से अधिक सरकारी कर्मचारियों को भी योजना का अनुचित लाभ उठाते पाया गया। सरकार फर्जीवाड़ा कर लाभ लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना (Ladki Bahin Yojana) पिछले साल जुलाई में शुरू की गई थी और पात्र महिलाओं के खातों में जुलाई 2025 तक 13 किस्तों के कुल 19,500 रुपये जमा किए जा चुके हैं।