बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने एक बयान में कहा कि परेल स्थित किंग एडवर्ड मेमोरियल (केईएम) अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित दो मरीजों 14 वर्षीय एक लड़की और 54 वर्षीय एक महिला की मौत की सूचना मिली है। एक मरीज को मुंह का कैंसर था, जबकि दूसरा नेफ्रोटिक सिंड्रोम से पीड़ित था।
गौरतलब हो कि भारत में स्वास्थ्य अधिकारी सिंगापुर और हांगकांग में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी पर नजर रख रहे हैं, जबकि देश में वर्तमान में कोरोना वायरस की स्थिति नियंत्रण में है। इस संदर्भ में महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर ने नागरिकों से अपील की है कि कोरोना मरीजों की संख्या भले ही बढ़ रही हो, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। मंगलवार को मुंबई में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “राज्य में कोविड-19 के मरीज बढ़ रहे है, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है। सभी की रोग प्रतिरोधक क्षमता अब पहले से बेहतर है। किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें। सरकार सभी बीमारियों की जांच और उपचार के लिए पूरी तरह से सक्षम है। सरकार पूरी तरह अलर्ट पर है और जनता को डरने की कोई जरूरत नहीं है। केवल को-मॉर्बिडिटी वाले मरीजों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।“
सिंगापुर में पाए जा रहे कोरोना के मरीज मुख्यत LF.7 और NB.1 वेरिएंट से संक्रमित हैं, जो कि कोरोना के JN.1 स्ट्रेन से संबंधित हैं। इन वेरिएंट्स के लक्षणों में नाक बहना, बुखार, गले में खराश आम हैं। इसके अलावा, कुछ मरीजों में खांसी और सिरदर्द जैसे लक्षण भी देखे जा रहे हैं। हांगकांग और सिंगापुर में इस वेरिएंट के मरीज बड़ी संख्या में सामने आए हैं।