जानकारी के मुताबिक, घटना शाम करीब 7 बजे की है, जब मुंबई महानगरपालिका (BMC) में कार्यरत दृष्टिहीन कर्मचारी सिद्धनाथ माने कर्जत जाने वाली लोकल ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। तभी लोकल ट्रेन आने की अनाउंसमेंट सुन वह आगे बढ़े, लेकिन प्लेटफॉर्म का सही अंदाजा न लगा पाने के कारण वह सीधे ट्रैक पर जा गिरे।
इस दौरान ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा जवान अमोल देवरे की नजर उन पर पड़ी। देवरे ने ट्रेन को आते देखा, लेकिन बिना अपनी जान की परवाह किए बिना तुरंत ट्रैक पर छलांग लगा दी। इसके बाद वहां मौजूद अन्य यात्री भी मदद के लिए पटरियों पर कूद पड़े और सभी ने माने को उठाकर सुरक्षित प्लेटफॉर्म पर पहुंचाया। यह पूरी घटना स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई।
अमोल देवरे के साहस और त्वरित कार्रवाई की हर तरफ सराहना हो रही है। उनकी सजगता और मानवता ने एक दिव्यांग यात्री की जान बचाई, जो अब एक मिसाल बन गई है।
गौरतलब हो कि सोमवार सुबह पीक अवर्स के दौरान मुंब्रा रेलवे स्टेशन के निकट दो भीड़भाड़ वाली लोकल ट्रेन से गिरकर चार व्यक्तियों की मौत हो गई और 9 अन्य घायल हो गए। सभी पीड़ित यात्री दोनों लोकल ट्रेन के पायदान पर यात्रा कर रहे थे। इसमें से एक ट्रेन कसारा की ओर जा रही थी जबकि दूसरी छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस मुंबई की ओर जा रही थी। यात्री भीड़भाड़ वाली ट्रेनों के दरवाजों से लटके हुए थे और जब ट्रेन विपरीत दिशाओं से गुजरी तो उनके बैग एक-दूसरे से टकरा गए। इस दुर्घटना में घायल हुए दो व्यक्तियों की हालत गंभीर बनी हुई है, उनका इलाज ठाणे के जुपिटर अस्पताल में चल रहा है। जबकि सात मरीज सरकारी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हैं और उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। एक मरीज को न्यूरोलॉजी सेटअप की आवश्यकता थी, इसलिए उसे मुंबई के जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।