बताया जा रहा है कि बेस्ट की ओर से यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है क्योंकि हाल के दिनों में बस किराए में हुई बढ़ोतरी के बाद बड़ी संख्या में कम दूरी वाले यात्री शेयर ऑटो की ओर रुख कर चुके हैं।
बेस्ट के महाप्रबंधक एसवी आर श्रीनिवास ने बताया कि हम बेस्ट बस की किराया प्रणाली को और अधिक लचीला बनाने के लिए नए स्लैब जोड़ने की संभावना पर विचार कर रहे हैं। इसमें ऑटो के प्रतिस्पर्धी किराए को भी ध्यान में रखा जाएगा।
क्यों लिया गया ये फैसला?
हाल ही में हुई बस किराए की बढ़ोतरी के कारण यात्रियों का रुझान शेयर-ऑटो की ओर बढ़ा है। खासतौर पर फीडर रूट्स और छोटे सफर में यात्रियों ने ऑटो को सस्ता और सुविधाजनक विकल्प माना। इसलिए बेस्ट अब फिर से ऐसे यात्रियों को आकर्षित करने के लिए किराए को कम करने की तैयारी में है। जल्द ही इस प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा और संभवतः नई दरें लागू कर दी जाएंगी। ऐसे में मुंबईकरों को उम्मीद है कि उनकी जेब पर बोझ कम होगा। महाराष्ट्र के सरकारी निकाय बेस्ट की बसों में रोजाना 25 लाख से ज्यादा लोग सफर करते हैं। मुंबई में 9 मई से बेस्ट बसों का किराया बढ़ाया गया था। 2019 से तब तक बेस्ट की गैर-एसी और एसी बसों का न्यूनतम किराया क्रमश: 5 रुपये और 6 रुपये था।